मां (Maa) को कुत्ते से डराने वाले बेटे को कोर्ट ने एक सप्ताह के अंदर घर खाली करने का आदेश सुनाया है. लेकिन आप इस मां की आप बीती सुनेंगे तो आपकी रूह कांप जाएगी.

 कोरोना काल में बेटे-बहू की नौकरी जाने के बाद मां (Maa) ने उन्हें अपने घर में रहने की जगह दी. लेकिन इसके बाद बेटे के तेवर बदल गए. बेटा चिढ़ाने के अलग-अलग तरीके ढूंढने लगा. यहां तक कि घर में बगैर बुजुर्ग दंपति की मर्जी के कुत्ता ले आया. बुजुर्ग का कहना था कि उन्हें सांस लेने में तकलीफ है, इसका फायदा बेटा उठाने लगा. कुत्ते को हमला करने के लिए उकसाता. बुजुर्ग दंपति में भय इस कदर बैठ गया कि वह कमरे से निकलने में डरने लगे. कमरे से बाहर आना जान-जोखिम में डालने के बराबर लगता. लेकिन अब कोर्ट ने इस बेटे बहू को घर खाली करने का आदेश सुनाया है.

  साकेत स्थित अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश अरुल वर्मा की अदालत ने ये फैसला सुनाया है.  फैसला सुनाते हुए कोर्ट ने कहा कि बुजुर्ग दंपति ने पूरी उम्र मेहनत कर घर बनाने व बसाने में गुजार दी. अब जब जीवन के अंतिम पड़ाव पर उन्हें शांति की जरूरत है तो औलाद घोर पीड़ा का कारण बन रही है. यह बेहद दुखद है कि पोते-पोतियों के साथ बचपन लौटने की उम्र में बुजुर्ग को कुछ पल के सुकून के लिए कानून की शरण में आना पड़ रहा है.