समीर शेख, बड़वानी। मध्य प्रदेश में सरकारें विकास के कितने दावे भी कर लें, लेकिन समय-समय पर प्रदेश के किसी कोने से ऐसी तस्वीरें आ जाती हैं कि सारे विकास के झूठे पुलिंदों की पोल खोल देती हैं. ताजा मामला बड़वानी जिले से सामने आया है. जहां सरकार की उन तमाम योजनाओं की हकीकत बयां करती हैं, जिससे सरकार का सिर शर्म से झुक जाए.

दरअसल, जिले के पानसेमल अनुविभाग के कंजापानी की 20 वर्षीय आदिवासी प्रसूता को एंबुलेंस के लिए रास्ता नहीं होने के चलते आज ग्रामीणों ने प्रसव के बीच 5 किलोमीटर तक झोली में टांग कर मुख्य मार्ग तक पहुंचाया. जिसके बाद मुख्य मार्ग से गर्भवती को जननी एक्सप्रेस अस्पताल ले गई. जहां महिला ने स्वस्थ बच्चे को जन्म दिया.

बता दें कि पानसेमल और पाटी क्षेत्र के कई गांव आज भी सड़कों के लिए मोहताज हैं और यहां की जनता सरकार के विकास की राह देख रहे हैं. इन गांवों में सड़क मार्ग नहीं होने के चलते मरीजों और गर्भवती महिलाओं को झोली में डाल कर मुख्य सड़क मार्ग तक लाना होता है. क्योंकि गांवों तक जननी एक्सप्रेस नहीं पहुंचपाती है.

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ऐसे में यहां ग्रामीणों को गर्भवती महिलाओं या किसी अन्य लोगों के इलाज के लिए झोली में डालकर 8 से 10 किलो मीटर तक पैदल सफर करके मुख्य मार्ग तक पहुंचना पड़ता है. आलम यह है कि इस दौरान कई मरीज अस्पताल पहुंचने के पहले दम तोड़ देते हैं.

ग्रामीणों का कहना है कि अक्सर मरीज और गर्भवती महिलाओं के लिए इस समस्या का सामना करना पड़ता है. कई बार आवेदन दे चुके हैं, लेकिन हमारी कोई सुनता नहीं.

पानसेमल के ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर डॉ अरविंद किराड़े ने बताया कि महिला को आज अपरान्ह बालक शिशु पैदा हुआ है. उन्होंने बताया कि दंपति गुजरात में मजदूरी करने गए थे और गर्भवती होने के बाद महिला कंजापानी आ गई थी. उन्होंने बताया कि आशा कार्यकर्ता वालती डुडवे के आवश्यक मार्गदर्शन व सलाह के उपरांत उसे झोली में लेकर सड़क मार्ग तक लाया गया और उसके उपरांत वहां खड़ी एंबुलेंस ने उसे सुरक्षित पानसेमल स्थित सामुदायिक अस्पताल पहुंचाया, जहां उसकी नॉर्मल डिलीवरी कराई गई.

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वहीं जिला कलेक्टर शिवराज सिंह वर्मा का कहना है कि इन मार्गों को बनाए जाने की प्रक्रिया की जा रही है. सिर्फ इन्हीं मार्गों को नहीं बल्कि जिले भर के सभी मार्गों को बनाने की प्रक्रिया की जा रही है. कुछ मार्गों में वन क्षेत्र के बाधा आ रही है, उसे भी हटाने का काम किया जा रहा है.

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आपको जानकर हैरानी होगी कि प्रदेश को स्मार्ट बनाने का दावा करने वाली BJP सरकार के राज में इस गांव में सड़क तक नहीं बनी. बड़वानी उन जिलों में आता है, जहां राज्यसभा सांसद सुमेर सिंह सोलंकी, लोकसभा सासंद गजेंद्र सिंह पटेल यहां तक कि मंत्री प्रेमसिंह पटेल भी बीजेपी के ही हैं. लेकिन काम के नाम पर कोई सूझ नहीं.

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