बिलासपुर। नगरीय निकाय मंत्री अमर अग्रवाल के जिले में सड़कों की हालत खस्ताहाल है. कभी भी कोई भी सड़क कहीं से भी धसक जाती है. ताजा मामला पुराना हाईकोर्ट के सामने सड़क धसकने का है. सड़क धसकने के बाद आनन-फानन में कांग्रेसियों द्वारा बैरीकेट्स लगाई गई जिसकी वजह से बड़ी दुर्घटना होने से टल गई. यहां पहली बार इस तरह का मामला सामने नहीं आया है, इसके पहले भी कई बार यहां सड़क धस चुकी है.

बताया जा रहा है कि सीवरेज लाइन बिछाने के बाद ठेकेदार द्वारा घटिया सड़क का निर्माण किया गया था. जिसकी वजह से यहां बार-बार सड़क धंस रही है, दो महीने पहले भी यहां दो बार सड़क धंस चुकी है. सड़क धंसने के बाद निगम के कर्मी मिट्टी डालने पहुंचे थे लेकिन स्थानीय लोगो और काँग्रेस ने मिट्टी डालने से मना कर दिया. लोगों ने पक्की सड़क निर्माण की मांग की है. कांग्रेस पार्षद दल के प्रवक्ता शैलेन्द्र जायसवाल ने नगर निगम पर घटिया काम करने का आरोप लगाया और सड़क में गिट्टी के बजाय मिट्टी डालने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि सड़क धसने के बाद कोई नहीं आया तो लोगों के बचाव के लिए हमने बेरिकेट लगाया है. पूर्व में भी सड़क धंसी थी,लेकिन शिकायत के बाद भी सड़क निर्माण में सुधार नहीं हो रहा है. शैलेन्द्र जायसवाल ने कहा कि सीवरेज लाइन निर्माता ठेका कंपनी सिंप्लेक्स और मेंनहार्ट  नगर निगम के खिलाफ कांग्रेस मामला दर्ज कराएगी.
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कांग्रेस के शहर अध्यक्ष नरेंद्र बोलर ने कहा कि शहर में आम लोगों के साथ स्कूली बच्चों के लिए आने जाने लायक सड़क नहीं है. लोग दुर्घटना के शिकार हो रहे हैं. घटिया सड़क के कारण दमा और रीढ़ की हड्डी के मरीज बढ़ गए हैं लेकिन मंत्री अमर अग्रवाल को आम जनता की चिंता नही है. बिलासपुर नगर निगम में भाजपा की सत्ता है, सड़क के धसकने की खबर के बाद भी न तो नगर निगम के महापौर और न ही कोई बीजेपी का जनप्रतिनिधि घटना स्थल पर पहुंचा.

हाईकोर्ट जस्टिस ने भी कहा था

इसके पहले हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस टीबी राधाकृष्णन ने भी शहर की बदहाली पर कहा था कि “शहर की हालत बेहद खराब है और मैं वहां जाना नहीं चाहता.” चीफ जस्टिस की इस टिप्पणी के बाद मंत्री अमर अग्रवाल की काफी आलोचना भी हुई थी. बिलासपुर शहर से मंत्री अमर अग्रवाल विधायक भी हैं इसके साथ ही वे नगरीय निकाय मंत्री भी हैं. सोशल मीडिया में भी शहर की हालत को लेकर अब लोग इसे बिलासपुर की बजाय खोदापुर कहते हैं.