नई दिल्ली. जी हां, हम बात कर रहे है 61 वर्ष के ऐसे बुजुर्ग की जिसने अब तक कोविड वैक्सीन के 87 डोज लगवा लिए है. मीडिया रिपोर्ट में यह बात सामने आई है कि ये वृध्द व्यक्ति अपनी मर्जी से ही वैक्सीन लेने टीकाकरण केंद्रों में जाते थे और अपना नाम पता नोट कराकर टीका लगावते थे.

 बता दें कि जर्मनी में वैक्सीन को लेकर प्रॉक्सी धंधा खूब चल रहा है जिसका फायदा उठाते हुए वृध्द ने कम से कम तीन राज्यों में वैक्सीन के शॉट लिए. वे हर रोज तीन अलग-अलग केंद्रों में जाते थे और टीका लगवा आते थे. पुलिस को इस बात की सूचना मिलते ही जब वृध्द 88 बार टीका लगाने पहुंचे तो उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया.

आखिर क्या वजह रही

आखिर ऐसी कौन सी वजह रही होगी जिसके कारण इस वृध्द ने बार बार कोविड 19 वैक्सीन का डोज लिया होगा, तो आपके बता दे कि पुलिस अधिकारियों के हवालें से जानकारी मिली है कि आदमी ने ऐसा इसलिए किया क्योंकि उसे एंटी-वैक्सर्स की ओर से भुगतान किया गया था जो खुद शॉट नहीं लेना चाहते थे, खुद वैक्सीन लगवाकर लोगो को वैक्सीन पासपोर्ट उपलब्ध कराता था. बदले में वह पैसे लेता था.

अन्य राज्यों में आपराधिक जांच शुरू

वह आदमी हर टीकाकरण केंद्र में दस्तावेज से वैक्सीनेशन बैच नंबर हटा देते था. इसके बाद इस वैक्सीन पासपोर्ट को वह उन लोगों को बेच देते थे जो COVID-19 के लिए शॉट लेना नहीं चाहते थे और सिर्फ सुविधा के लिए वैक्सीन पासपोर्ट चाहते थे.  इस आदमी के गिरफ्त में आने के बाद सैक्सोनी और अन्य राज्यों में आपराधिक जांच शुरू कर दी गई है.