रायपुर. छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के लिए पार्टियां बैनर-पोस्टर के माध्यम से प्रचार-प्रसार करती नजर आ रही है. जिसमें पार्टी के बड़े-बड़े नेताओं की तस्वीर प्रत्याशी अपने पोस्टरों में लगा रहे है. इसी बीच जशपुर और कुनकुरी विधानसभा के भाजपा प्रत्याशी भी अपना प्रचार में लगे है जिस पर चंद्रपुर विधायक युद्धवीर सिंह जूदेव ने तल्ख अंदाज में फेसबुक पर पोस्ट करते हुए लिखा है कि यदि उनके पिता स्व. दिलीप सिंह जूदेव की तस्वीरे प्रचार अभियान में लगाते तो बीजेपी को फायदा होता और भव्य जीत होता.
दरअसल जशपुर विधानसभा से भाजपा प्रत्याशी गोविन्द राम भगत अपना प्रचार-प्रसार करने के लिए पोस्टर छपवाएं है जिसमें बीजेपी के बड़े नेताओं की तस्वीर लगाई गई है. जिसमें गोविन्द राम भगत स्व. दिलीप सिंह जूदेव की तस्वीरे नहीं लगाया जिससे युद्धवीर सिंह जूदेव नाराज दिखे. जबकि जशपुर में राज परिवार और बीजेपी से बगावत करके प्रदीप नारायण दीवान निर्दलीय चुनाव लड़ रहा है जो अपने पोस्टर्स में दिलीप सिंह जूदेव की तस्वीरों को लगाकर प्रचार कर रहे हैं. जशपुर में प्रदीप नारायण दीवान को दिलीप सिंह जूदेव का दत्तक पुत्र कहा जाता है.
स्व. दिलीप सिंह का जशपुर में बहुत नाम है जिसके बगैर जशपुर के राजनीति की कल्पना भी नहीं की जा सकती और जिन्होंने जशपुर जिले को शोहरत दिलाई है और आज उन्हीं को भाजपा के प्रत्याशी अपने पोस्टर में जगह नहीं देना चाहते जिसका सीधा मतलब है की कहीं न कहीं दिलीप सिंह जूदेव के परिवार को नीचा दिखाने की कोशिश की जा रही है. जिसका युद्धवीर सिंह जूदेव ने खुला विरोध किया है.
बता दें कि भाजपा प्रत्याशी गोविन्द राम भगत के खिलाफ प्रदीप नारायण सिंह भाजपा से बगावत कर निर्दलीय के चुनाव लड़ रहे हैं. जिन्हें स्व. दिलीप सिंह जूदेव प्रदीप नारायण को अपने छोटे पुत्र की तरह मानते थे. वहीं प्रदीप नारायण वर्तमान में जिले के बगीचा जनपद के जनपद अध्यक्ष हैं और पत्नी संगीता देवी वर्तमान में जिला पंचायत सदस्य हैं. आपकों ये भी बता दें कि अगस्त 2013 में दिलीप सिंह जूदेव का निधन हो गया था, जिसके बाद चंद्रपुर विधायक युद्धवीर सिंह जूदेव के साथ प्रदीप नारायण ने भी स्व. जूदेव को मुखाग्नी दी थी.