बेंगलुरू. राजनीतिक दलों के नेता खुद को किसानों, मजदूरों, नौजवानों या समुदाय विशेष के अगुवा के रूप में बुलाए जाने से खुश होते हैं. कई नेताओं के नाम के आगे किसान नेता या युवा नेता जैसे विशेषण आपने भी सुने होंगे लेकिन क्या हो, अगर किसी दल के शीर्ष नेता को जनता इसी नाम से ही बुलाने लगे? या उसके नाम की तुलना करते हुए कुछ ज्यादा ही नाटकीयता आ जाए!

जी हां, कर्नाटक में कुछ ऐसा ही सुनने में आया है. यहां एक स्कूल की परीक्षा में सीएम और विपक्ष के नेता की तुलना करते हुए एक सवाल पूछ लिया गया. नतीजा, स्कूल के शिक्षक को नौकरी से हाथ धोना पड़ गया.

दरअसल, बेंगलुरू स्थित माउंट कार्मेल इंग्लिश हाईस्कूल के एक शिक्षक को इसलिए बर्खास्त कर दिया गया क्योंकि आठवीं कक्षा के प्रश्न पत्र में एक सवाल पूछा गया था कि क्या किसान का मित्र केंचुआ है या मुख्यमंत्री एच.डी. कुमारस्वामी या भाजपा नेता बी.एस. येदियुरप्पा.

यह जानकारी एक अधिकारी ने दी. स्कूल के प्राचार्य राघवेंद्र ने मीडिया को बताया, “प्रश्न पत्र बनाने के लिए जिम्मेदार शिक्षक को बर्खास्त कर दिया गया है.”

यह सवाल आठवीं कक्षा के विद्यार्थियों को वार्षिक परीक्षा में कन्नड़ भाषा के प्रश्न-पत्र में पूछा गया था. राजनीति से जुड़े लोगों के नाम होने से सवाल सोशल मीडिया पर वायरल हो गया. प्राचार्य ने कहा, “प्रशासन की जानकारी के बिना इसे परीक्षा में शामिल किया गया था.”

भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष बी. एस. येदियुरप्पा खुद को रैठा बंधु यानी किसानों के मित्र कहते हैं, जबकि कुमारस्वामी खुद को किसानों का नेता बताते हैं. स्कूल प्रशासन ने कहा कि परीक्षा में पूछे गए सवाल का मकसद किसी राजनीतिक दल या विचारधारा को प्रमोट करना नहीं था.