सिवनी/संजय विश्वकर्मा, उमरिया। मध्यप्रदेश में बाघ का आतंक देखने को मिला। जहां एक ओर सिवनी जिले में बाघ के हमले से एक की मौत हो गई, जबकि दो लोग घायल हुए। हमले से गुस्साए ग्रामीणों ने रेस्क्यू करने पहुंची वन विभाग के वाहनों में तोड़फोड़ कर दी। तो वहीं दूसरी तरफ उमरिया जिले में झाड़ियों में छिपे बाघ ने महिला पर प्राणघातक हमला किया, जिससे महिला ने मौके पर ही दम तोड़ दिया।

बाघ के हमले से गुस्साएं ग्रामीणों ने वन विभाग के वाहनों में की तोड़फोड़

सिवनी पेंच नेशनल पार्क के बफर एरिया के ग्राम गोंडेगांव में बाघ के हमले से एक की मौत हो गई, जबकि दो ग्रामीण जख्मी हो गए, जिसके बाद ग्रामीणों में गुस्सा देखने को मिला। बाघ का रेस्क्यू करने पहुंची वन विभाग की टीम के छह वाहनों मे तोड़फोड़ कर तीन वाहनों को नाले में पलटा दिया।

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वहीं कुछ अफसरों के साथ मारपीट की गई। आक्रोशित भीड़ और उनके जानलेवा हमले को देखकर वन अधिकारी और उनका अमला जान बचाकर भाग गया। इसके बाद पुलिस ने मोर्चा संभाला हुआ हैं। विधायक अर्जुन सिंह काकोड़िया भी मौके पर पहुंच गए हैं। घायल लोगों को फिलहाल जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

झाड़ियों में छिपे बाघ ने महिला पर किया प्राणघातक हमला, मौके पर हुई मौत

उमरिया के घुनघुटी वनपरिक्षेत्र अंतर्गत ग्राम पंचायत भौतरा में चौपायों को लेकर चरवाहे गांव की ओर लौट रहे थे, तभी झाड़ियों के पीछे छिपे बाघ ने हमला कर 47 वर्षीय महिला को मौत के घाट उतार दिया।

वैसे तो उमरिया जिला बांधवगढ़ टाइगर रिज़र्व के कारण पूरे विश्व में बाघों की अधिक संख्या के लिए प्रसिद्ध हैं, लेकिन बांधवगढ़ टाइगर रिज़र्व के बफर और कोर क्षेत्र सहित पार्क की सीमा से लगे सामान्य वन मंडलों में बसे गांव में आए दिन कोई न कोई बाघ का शिकार बन जाता हैं।

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दरअसल पूरा मामला उमरिया जिले के घुनघुटी चौकी अंतर्गत ग्राम पंचायत भौतरा के सुदूर जंगली क्षेत्र में बसे लहदू का हैं। जहां जंगली क्षेत्र में निवासरत 10 से 20 परिवार गांव के पालतू पशुओं को जंगल में चरवाहे का काम कर अपना जीवन व्यापन करते हैं। उसी बस्ती में निवासरत 47 वर्षीय मुन्नी बाई पति पद्दू यादव अपने 2-3 साथियों के साथ जंगल में चौपायों को लेकर 9 दिसंबर की देर शाम 6 बजे घर की ओर लौट रहे थे। तभी झाड़ियों के पीछे छिपे टाइगर ने मुन्नी बाई यादव पर पीछे से हमला कर दिया।

बाघ के हमला करते ही मुन्नी बाई चीखने चिल्लाने लगी। मुन्नी बाई के अन्य साथिओं के हल्ला करने पर बाघ भाग खड़ा हुआ, लेकिन मुन्नी बाई के माथे और शरीर के अन्य अंगों में बाघ के नाखून लगने से खून अधिक बह गया और मुन्नी बाई ने मौके पर ही दम तोड़ दिया।

घटना स्थल पर मिले बाघ के पगमार्क

घटना की जानकारी लगते ही चौकी घुनघुटी प्रभारी शैलेन्द्र चतुर्वेदी पुलिस अमले के साथ घटनास्थल पर पहुंचे। सूचना मिलते ही वन अमला भी पहुंचा। मौके पर बाघ के पगमार्क भी मिले है। रात में ही बॉडी को सुरक्षित स्थान पर लाकर रखा गया। पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया है।

पुलिस ने मर्ग कायम किया

चौकी प्रभारी घुनघुटी शैलेन्द्र चतुर्वेदी ने जानकारी देते हुए बताया कि मौके पर मौजूद प्रत्यक्षदर्शियों और मिले शाक्ष्य के आधार पर CRPC की धारा 174 के तहत मृतिका के पुत्र फरियादी फूलचंद्र यादव पिता पद्दू यादव उम्र 25 वर्ष निवासी ओदरी की तरफ से मामला दर्ज किया गया है। फिलहाल इस पूरे मामले की विवेचना एएस आई मोहम्मद जसन कर रहे हैं।

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