मनोज यादव, कोरबा। पुलिस अधीक्षक कार्यालय में ‘क्षतिपूर्ति सेल’ का गठन किया गया है. प्राकृतिक आपदा,आकस्मिक दुर्घटना में मृत्यु, फसल को क्षति सहित बड़े अपराधिक मामलों में क्षतिपूर्ति सेल में पदस्थ कर्मचारी पीड़ितों से मिलकर आवश्यक कागजी खानापूर्ति कर तहसील एवं कलेक्टर कार्यालय में समन्वय स्थापित कर समय सीमा में क्षतिपूर्ति राशि दिलाने में सहयोग करेंगे.

बता दें कि प्राकृतिक आपदा,आकस्मिक दुर्घटना में मृत्यु, फसल को क्षति सहित बड़े अपराधिक मामलों में पीड़ित पक्ष को क्षतिपूर्ति देने का शासन ने प्रावधान किया है. प्रभावित को लोक सेवा गारंटी अधिनियम के अंतर्गत शामिल कर समय सीमा में सहायता प्रदान किए जाने के निर्देश हैं, लेकिन एकीकृत सिस्टम न होने के कारण पीड़ित पक्ष को क्षतिपूर्ति राशि प्राप्त करने के लिए भटकना पड़ता है, साथ ही बिचौलिया किस्म के लोग ऐसे मौकों की तलाश में रहते हैं, जो पीड़ित पक्ष को अपने जाल में फंसा कर क्षतिपूर्ति की राशि का एक बड़ा हिस्सा हड़प लेते हैं.

इस तरह के मामलों में पुलिस अधीक्षक भोज राम पटेल ने पहल करते हुए पुलिस अधीक्षक कार्यालय में ‘क्षतिपूर्ति सेल’ का गठन किया है. क्षतिपूर्ति सेल में उप निरीक्षक महिला सेल गायत्री शर्मा,पुलिस कार्यालय में पदस्थ सहायक उप निरीक्षक (अ) कुलदीप पटेल और रक्षित केंद्र कोरबा में पदस्थ आरक्षक देवनारायण पटेल को नियुक्त किया गया है.

पुलिस अधीक्षक कार्यालय की ओर से की गई व्यवस्था के अनुसार ऐसी घटनाओं की सूचना थानों में प्राप्त होने पर थाना प्रभारी इसकी लिखित सूचना क्षतिपूर्ति सेल में भेजेंगे. क्षतिपूर्ति सेल के द्वारा सहयोग किए जाने से एक तरफ जहां लोक सेवा गारंटी अधिनियम के अंतर्गत मिलने वाली सेवाएं समय सीमा के भीतर मिलेंगी, वहीं दूसरी ओर पीड़ितों को त्वरित सहायता के साथ-साथ बिचौलियों से छुटकारा मिलेगा. पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल ने बताया कि क्षतिपूर्ति के ऐसे मामले जो पुलिस से सम्बंधित न हो उन मामलों में भी पीड़ित पक्ष द्वारा सहायता मांगे जाने पर सहायता प्रदान की जाएगी.