हेमंत शर्मा,रायपुर। आज से शारदीय नवरात्र की शुरुआत हो गई है. 9 दिन तक चलने वाला यह पर्व 29 सितंबर से 7 अक्टूबर तक चलेगा. नवरात्रि के दौरान मां दुर्गा के सभी नौ रूपों की पूजा की जाती है. शारदीय नवरात्रि को मुख्‍य नवरात्रि माना जाता है. पहले ही दिन से मंदिरों में भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी है और मां शैलापुत्री की पूजा अर्चना कर रहे हैं. नवरात्रों के लिए राजधानी रायपुर के सभी छोटे-बड़े मंदिरों को दुल्हन की तरह सजाया गया है.

राजधानी के सबसे पुराने महामाया और काली मंदिर सहित अनेक मंदिरों भक्तों द्वारा विशेष पूजा अर्चना की जा रही है. काली मंदिर में लगभग 11:30 बजे के आस-पास ज्योति कलश की स्थापना की जाएगी. पहले ही दिन माँ काली के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी हुई है.

आज से आने वाले 9 दिनों तक नवरात्रि की धूम रहेगी. हस्त नक्षत्र के शुभ संयोग में आज पंडालो में भी माँ दुर्गा विराजेंगी. नवरात्रि के पहले दिन अमृत योग और सर्वार्थ सिद्धी का योग बन रहा है. मूर्ति स्थापना के लिए पंडालों में भी तैयारियां पूरी कर ली गई है.

कलश स्थापना मुहूर्त –

अभिजीत मुहूर्त सुबह 11: 36 से 12 : 24 तक
सुबह – 9:28 से 11 : 44 तक वृश्चिक लग्न में.
दोपहर – 3 : 35 से 5 : 13 तक कुम्भ लग्न में.
रात – 8 : 27 से 10 : 25 तक वृषभ लग्न में.

दुर्लभ संयोग…

इस बार की नवरात्रि बहुत ही दुर्लभ योग संयोग से परिपूर्ण होगा।
नवरात्रि के इन 9 दिनों में…
5 सर्वार्थसिद्धि योग…
6 रवि योग…
2 अमृतसिद्धि योग…
1 द्विपुष्कर योग।
तथा 2 भद्रा (पाताललोक की) है।
ऐसा माना जाता है इस तरह के योग संयोग में नवरात्रि पर्व पर देवी साधना विशेष फलदायक होता है।

नौ दिन नौ शुभ संयोग…तारीख वार तिथि दर्शन योग…

29 ~ सितंबर रविवार –
प्रतिपदा घट स्थापना ( अभिजीत मुहूर्त में )माँ शैलपुत्री पूजन , अमृत/सर्वार्थ सिद्धि योग।

30 ~ सितंबर सोमवार –
द्वितीया माँ ब्रह्मचारिणी पूजन।

01 ~ अक्टूबर मंगलवार –
तृतीया माँ चंद्रघंटा पूजन , रवियोग।

02 ~ अक्टूबर बुधवार –
चतुर्थी माँ कूष्मांडा पूजन , अमृत सिद्धि/ सर्वार्थसिद्धि योग।

03 ~ अक्टूबर गुरुवार –
पंचमी माँ स्कंदमाता पूजन , सर्वार्थसिद्धि/रवियोग।

04 ~ अक्टूबर शुक्रवार –
षष्ठी माँ कात्यायनी पूजन, रवियोग।

05 ~ अक्टूबर शनिवार –
सप्तमी माँ कालरात्रि पूजन।(महानिशा पूजा )

06 ~ अक्टूबर रविवार –
अष्टमी माँ महागौरी पूजन , सर्वार्थसिद्धि/रवियोग।

07 ~ अक्टूबर सोमवार –
नवमी माँ सिद्धिदात्री पूजन, सर्वार्थसिद्धि/रवियोग।