लखनऊ. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य के पर्यटन विभाग को बुंदेलखंड क्षेत्र के ऐतिहासिक किलों को पर्यटन के आकर्षण के केंद्र के रूप में विकसित करने का निर्देश दिया है, ताकि क्षेत्र में पर्यटन को बढ़ावा दिया जा सके. राज्य सरकार ने पहले ही उन किलों की पहचान कर ली है जिन्हें पर्यटन केंद्रों के रूप में पुनर्निर्मित किया जाएगा.

एक सरकारी प्रवक्ता के अनुसार बांदा जिले में 542 हेक्टेयर में फैले ऐतिहासिक कालिंजर किला को एक प्रमुख पर्यटक आकर्षण के रूप में विकसित किया जाएगा. निजी भागीदारों की मदद से इस किले में पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए विभिन्न गतिविधियां शुरू की जाएंगी. पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए लाइट एंड साउंड शो, कैंपिंग, ट्रेकिंग, रॉक क्लाइम्बिंग और ऐसे ही अन्य कार्यक्रम शुरू किए जाएंगे.

सरकार ने बुंदेलखंड में तहरौली किला, डिगरा किला, चिरगांव किला, लोहागढ़ किला, चंपत राय पैलेस और रघुनाथ राव महल का जीर्णोद्धार करने का भी निर्णय लिया है. किलों का मेकओवर पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप मॉडल पर किया जाएगा. राज्य सरकार परियोजना को क्रियान्वित करने में निजी क्षेत्र का समर्थन करेगी. प्रसिद्ध झांसी किला पहले से ही इस क्षेत्र में एक पर्यटक आकर्षण है, जहां हर महीने बड़ी संख्या में पर्यटक आते हैं.

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मुख्यमंत्री ने कहा कि बुंदेलखंड क्षेत्र को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित और बढ़ावा दिया जाए. बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे के निर्माण और आगामी रक्षा गलियारा परियोजना के साथ क्षेत्र पहले से ही बुनियादी ढांचे के विकास पर आगे बढ़ रहा है. प्रवक्ता ने कहा कि योगी आदित्यनाथ सरकार ने भी क्षेत्र में पानी की समस्या का काफी हद तक समाधान किया है.