मनीष राठौर,राजगढ़। राजगढ की शिव धाम कॉलोनी में दो बच्चों की एक गड्ढे में डूबने से जान चली गई। जिस गड्ढे में दोनों बच्चे डूबे उसे 2 दिन पहले ही खोदा गया था। बारिश के बाद पानी भर गया और जिसका बच्चों को अंदाजा नहीं रहा और डूब गए।

शिव धाम में रहने वाले मुकेश वर्मा राज आर्मी में पदस्थ है। उनके दो बच्चे कॉलोनी में ही खेल रहे थे। बड़ा बेटा अभिजीत 7 साल और छोटी बच्ची आशी 5 साल घर से लगभग 5 बजे निकले थे। लेकिन परिजन घरेलू काम में लगे होने के कारण ध्यान नहीं दे पाए। काफी देर तक दोनों लौटे नहीं आए तो यहां वहां घरों में जाकर उनकी तलाश की गई। फिर भी नजर नहीं आए तो लगभग 7 बजे कॉलोनी में ही तलाश करना शुरू किया। कॉलोनी में एक नए मकान का निर्माण होने से पहले उसमें गड्ढे किए जा रहे थे।

2 दिन पहले ही इस प्लॉट में टैंक के लिए गड्ढा खोदा गया। जिसका अंदाजा दोनों बच्चों को भी नहीं होगा शायद इसीलिए वह शाम के समय घूमने निकले और इस गड्ढे में समा गए। परिजन जब यहां वहां तलाश रहे थे तो गड्ढे में दोनों बच्चों की चप्पल तैरते हुए मिली। जिसके बाद वह बेहोश हो गए। आसपास के लोगों ने जब देखा तो दोनों बच्चों को निकाला और अस्पताल लेकर गए। जहां दोनों को मृत घोषित कर दिया। घटना की जानकारी मिलने पर एसडीएम जूही गर्ग भी पहुंची, उन्होंने परिजनों का ढांढस बंधाया। पीएम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया।

केंद्रीय विद्यालय में थे अध्ययनरत
बताया जाता है कि दोनों ही बच्चे राजगढ़ के केंद्रीय विद्यालय में पढ़ते थे। इन बच्चों के कारण ही परिवार मुंडला गांव से राजगढ़ रहने के लिए आया था। बच्चे पढ़ने में भी काफी अच्छे थे। इस घटना के बाद मोहल्ले में मातम पसरा हुआ है।

सोशल मीडिया पर खुले गड्ढों का विरोध
जिस तरह से दोनों बच्चों की जान गई है। इस घटना का विरोध पूरे शहर में हो रहा है। सोशल मीडिया पर इस तरह के गड्ढे खाली खोदकर छोड़े जाने का विरोध हो रहा है। बारिश के मौसम में परिजनों को भी समझाइश दी जा रही है कि बच्चों को अकेले ना छोड़े। बच्चे चंचल होते हैं और कई बार पानी में खेलने के लिए उतर जाते हैं।

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