कवर्धा। मध्य प्रदेश के गढ़ी पुलिस द्वारा कथित रूप से फर्जी मुठभेड़ में नक्सली बताते हुए जिले के झलमला थाना के अंतर्गत बालसमुंद गांव के आदिवासी झामसिंह को गोली मारकर हत्या करने का मामला अब तूल पकड़ने लगा है.

इस मामले को संज्ञान में लेते हुए अनुसूचित जनजाति आयोग के सदस्य नितिन पोटाई व सचिव एके सिंह उइके इस मामले की जांच के लिए कवर्धा पहुंच चुके हैं, दो दिवसीय अपने प्रवास के दौरान समाज प्रमुखों से मामले की जानकारी लेंगे, साथ ही पीड़ित परिवार से मिलने के लिए बालसमुंद गांव पहुंचेंगे.

मामले की होगी उच्चस्तरीय जांच

नितिन पोटाई ने कहा कि मामले की उच्च स्तरीय जांच की जाएगी, साथ ही एमपी पुलिस ने किन परिस्थितियों में गोली चलाई गई, मृतक का बैकग्राउंड क्या है, मध्य प्रदेश की सीमा क्षेत्र में क्यों गया था, जैसी बातों का पता लगाया जाएगा. इसके अलावा परिवार की आर्थिक स्थिति का भी जायजा लिया जाएगा. अनेक बिंदुओं पर जांच के पश्चात है आगे की भूमिका तय होगी. सरकार इस मामले को लेकर गंभीर है.