पंकज सिंह भदौरिया. दन्तेवाड़ा. जिले के अरनपुर थानाक्षेत्र के समेली गांव के पांडुपारा में 21 वर्षीय युवती नंदे नेताम ने शनिवार की रात फांसी लगाकर अपनी जीवनलीला ही समाप्त कर ली. लगभग 3 माह पहले 17 सितंबर को महिला के साथ अपहरण और छेड़खानी की घटना हुई थी, जिसमें जवानों पर भी आरोप लगे थे. मामले की जांच आज तक जारी है.

मृतका के चचेरे भाई दिलीप नेताम ने जानकारी देते हुए बताया कि शनिवार को आदिवासी रस्म का त्योहार मनाया गया था. सभी घर में खा-पीकर सोने चल गए. मृतका नन्दे रात को उठकर घर के पीछे मुनगा पेड़ में अपनी ही साड़ी का फंदा बनाकर फांसी लगा ली. दिलीप ने बताया कि पुराने प्रकरण में 2 से 3 बार पूछताछ के नाम पर अरनपुर थाने में परिजनों को बुलाया गया था. इसके बाद मृतका के पिता ने नन्दे को कोसते हुए कहा था कि तेरी वजह से हम लोगों का पैसा खर्च होता है. वहीं नन्दे पुरानी घटनाओ से मानसिक तनाव में रहती थी. अक्सर गाय चराने के वक्त अपनी सहेलियों से अपनी बदनामी को लेकर कहा भी करती थी.

घटना की जानकारी लेने पहुंचे थे सामाजिक संगठन

घटना के बाद मृतिका का शव दन्तेवाड़ा पीएम के लिए लाया गया, जहां पीएम के बाद मृतका का शव शव वाहन से अंतिम संस्कार के लिए समेली रवाना कर दिया गया. पीएम के लिए मृतका के परिजनों के साथ गांव वाले पहुंचे थे. गांव के सरपंच संजय कुंजाम ने बताया कि पुरानी घटना के बाद एक-दो बार सामाजिक संगठन वाले आये थे. साथ ही बताया कि कुछ दिन पहले मृतका की तबीयत खराब हुई थी, तब किरन्दुल और रायपुर में इलाज करवाया गया था. पुलिस घटना की जांच कर रही है.