सत्यपाल राजपूत, रायपुर। छत्तीसगढ़ के सैकड़ों आदिवासी पांचवी अनुसूची का पालन करने की मांग के साथ 6 सूत्रीय मांग को लेकर राजभवन पहुंचे हैं. शहीद वीर नारायण सिंह चौक के पास पुलिस ने आदिवासियों को रोक लिया है. बिलासपुर से पैदल यात्रा कर सैकड़ों आदिवासी पहुंचे हैं. गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के बैनर तले माटी सत्या ग्रह पदयात्रा कर राजधानी पहुंचे हैं.

आदिवासियों का कहना है कि लाख कोशिशों के बाद भी राज्य में पांचवी अनुसूची के नियमों का पालन नहीं हो रहा है. इसी वजह से यहां के रहने वाले आदिवासियों की नाराजगी बार बार सामने आती है.  एक बार फिर बिलासपुर जिले से करीब 135 किमी पैदल चलकर आदिवासी आज राजधानी पहुंचे है. यहां इन्होंने राजभवन पहुंचकर राज्यपाल को अपना ज्ञापन सौंपा. गोंडवाना गणतंत्र पार्टी ने 18 दिसम्बर से अपनी माटी सत्याग्रह पद यात्रा शुरू की थी, यह पद यात्रा आज रायपुर पहुंची.

गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष राजेश सिंह मरकाम ने कहा कि हम ज्ञापन के माध्यम से अवगत कराना चाहते हैं कि छत्तीसगढ़ पांचवी अनुसूचित राज्य है. यहां के जल जंगल जमीन पर जमीन के मालिकों का हक हो,  लेकिन सरकार अपनी मनमानी कर रही है. यहां पांचवी अनुसूची का पालन नहीं किया जा रहा है. सरकार 1996 में लागू पेसा कानून का भी पालन नही कर रही है. इसलिए हम चाहते हैं कि सरकार इस कानून का भी पूर्णतः पालन करे.

राजेश सिंह मरकाम ने कहा कि हमनें किसानों के बारदाने की मांग और शिक्षकों की मांग को भी समर्थन दिया है. रामप्यारी ध्रुव ने कहा कि हम राज्यपाल मैडम का खजाना लेने नहीं बस हमारे जल जंगल जीवन का अधिकार लेने आए हैं. हमारे सभी साथी महिलाएं बिलासपुर से पैदल चलकर सिर्फ अपना हक लेने आए हैं. हमें सड़क पर उतरने के लिए मजबूर यहीं के भ्रष्ट नेताओं ने किया है नहीं तो इस कड़कती ठंड में इतने दूर से पैदल आने का हमें कोई शौक नहीं है. राज्यपाल मैडम आप 2किमी भी नहीं चल पाएगी. हम राज्यपाल मैडम का सम्मान करते हैं और चाहते हैं कि वो आकर हमसे मिले.

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