रायपुर। राज्यपाल अनुसुईया उइके आज राजभवन में ट्राईफेड के ‘‘संकल्प से सिद्धी-मिशन वन धन’’ मुहिम और छत्तीसगढ़ राज्य के जगदलपुर में दो नए ट्राईब्स इंडिया बिक्री केन्द्र के वर्चुअल शुभारंभ कार्यक्रम में शामिल हुई. राज्यपाल ने कहा कि जगदलपुर में ट्राईब्स इंडिया बिक्री केन्द्र के खुलने से राज्य के आदिवासी आर्थिक रूप से सशक्त होंगे. इससे संग्राहक से उद्यमी बनने का संकल्प भी पूरा होगा. आदिवासियों का जीवन स्तर अच्छा होगा. उन्होंने कहा कि मेरे छत्तीसगढ़ राज्य पर सदैव ऐसे ही आशीर्वाद बनाएं रखें. जिससे मेरा छत्तीसगढ़ राज्य तेजी से प्रगति करे और सर्वोच्च शिखर पर पहुंचे.

राज्यपाल उइके ने कहा कि हमारा छत्तीसगढ़ एक आदिवासी बाहुल्य राज्य है. साथ ही वन संसाधनों से भी भरपूर है. आदिवासियों की आजीविका मूलतः वन और वनोपज पर आधारित रहती है. क्योंकि आदिवासी प्रकृति पूजक होते हैं. प्रकृति के अनुरूप जीवन यापन करते हैं. इसलिए उन्हें वनों में पाए जाने वाले वन उत्पादों और जड़ी-बुटियों की अच्छी जानकारी होती है. इसकी मेडिसिनल वेल्यू भी अच्छी होती है. आदिवासी जन्म से हूनरमंद होते हैं. ईश्वर ने उनके हाथ में किसी कला कृति को गढ़ने और बनाने की शक्ति प्रदान की है.

जिस वस्तु को हाथ लगाते हैं, उसमें एक अद्भुत सौंदर्य आ जाता है. मगर स्थानीय स्तर पर उनके कला कृतियों को अच्छी कीमत नहीं मिल पाती है. लेकिन राष्ट्रीय-अंतर्राष्ट्रीय बाजारों में इसकी कीमत हजारों लाखों में होती है. उन्होंने कहा कि ट्राईफेड द्वारा यह केन्द्र खोलने पर आदिवासियों को अपने उत्पादों को बेचने का अच्छा केन्द्र उपलब्ध हो जाएगा. जिससे उनकी आय में वृद्धि होगी और उनके जीवन स्तर में सुधार होगा. वे राष्ट्र की प्रगति में संपूर्ण योगदान दे पाएंगे. क्योंकि देश के आर्थिक विकास में उनका योगदान अपेक्षाकृत कम है, इससे उनके योगदान में वृद्धि होगी.

इस अवसर पर वन-धन वेब और मोबाइल एप्लीकेशन लांच किया गया. ट्राईबल आर्ट एंड क्राफ्ट कॉफी टेबल बुक का भी विमोचन किया गया. उल्लेखनीय है कि जगदलपुर के चांदनी चौक और एयरपोर्ट में बिक्री केन्द्र का शुभारंभ किया. इस अवसर पर ट्राईफेड के चेयरमेन रमेश चन्द मीणा और ट्राईफेड के चेयरमेन प्रवीर कृष्णा भी उपस्थित थे.

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