मनोज यादव,कोरबा। उरगा थाने इलाके में स्थित लैंको पावर प्लांट में एक ट्रक चालक की संदिग्ध परिस्थियों में मौत हो जाने का मामला सामने आया है. चालक को अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. अब मृतक के परिजनों ने लैंको प्रबंधन पर झूठी जानकारी देने का आरोप लगाते हुए पुलिस से जांच की मांग की है.

जानकारी के मुताबिक जशपुर निवासी शिपरनाथ भगत आरकेटीसी प्राइवेट लिमिटेड कंपनी में ट्रक चालक था. बीती रात जांजगीर चांपा जिले के हिन्दवासरी से कोयला लोड कर घर गेवरा बस्ती आया था. अधिक रात होने पर वो रुक गया और सुबह उठकर जब लैंको पावर प्लांट खाली करने पहुंचा, तो ट्रक के पास में ही बेहोशी की हालत में पड़ा हुआ मिला. लैंको प्रबंधन ने उसे जिंदा समझ कर जिला अस्पताल भेजवा दिया.

मृतक के बेटे सूरज भगत ने का आरोप है कि लैंको प्रबंधन ने झूठी जानकारी देकर सीधा जिला अस्पताल बुला लिया, जबकि उसकी मौत लैंको पावर प्लांट पर ही हो चुकी थी. इस संबंध में उरगा थाना प्रभारी लखन पटेल ने बताया कि मृतक शिपरनाथ की मौत कैसे और किन परिस्थितियों में हुई है. इसकी जांच की जा रही है.

पुलिस ने मौत को संदिग्ध मानते हुए धारा 174 सीआरपीसी के अंतर्गत मर्ग कायम किया है. साथ ही शव का पोस्टमार्टम कराने के बाद उनके परिजनों के सौंप दिया है. फिलहाल पुलिस अस्पताल में मिली जानकारी और परिजनों के बयान के आधार पर आगे की जांच कर रही है.