सर्दियों के मौसम में खुद को फिट और सेहतमंद बनाए रखना बहुत जरूरी होता है, क्योंकि इस मौसम में बीमारियां जल्दी आ जाती हैं, ऐसे में कुछ घरेलू नुस्खों से भी आप खुद को फिट और हेल्दी बनाए रख सकते हैं. घर-घर में इस्तेमाल होने वाली तुलसी सेहत के लिए बहुत फायदेमंद मानी जाती है, क्योंकि तुलसी में कई औषधीय गुण होते हैं. तुलसी का पानी भी काफी अच्छा माना जाता है.

तुलसी का पौधा लगभग हर घर में आसानी से मिल जाता है क्योंकि बहुत से लोग इस पौधे की पूजा करते हैं. धार्मिक मान्यताओं के अलावा आयुर्वेद में भी तुलसी के पत्तों का इस्तेमाल कई बीमारियों को ठीक करने के लिए किया जाता है. इसके अलावा रोजाना सुबह तुलसी का पानी पीने से कई शारीरिक समस्याओं से राहत मिल सकती है. आइए आज तुलसी का पानी बनाने का तरीका और इसके सेवन से होने वाले फायदे जानते हैं. Read More – बचपन से ही बच्चों में डालें हाइजीन से जुड़ी ये आदतें, नहीं होंगे बार बार बीमार …

तुलसी का पानी बनाने का तरीका

सबसे पहले तुलसी के कुछ ताजे पत्ते इकट्ठा कर लें. अब इन्हें करीब 15 मिनट के लिए पानी के साथ मध्यम आंच पर उबलने दें और फिर एक गिलास में छान लें. अब रोजाना सुबह इसे खाली पेट पीएं. इसके अतिरिक्त छानने पर जो तुलसी के पत्ते निकलें, उन्हें फेंके नहीं क्योंकि इसे किसी भी भोजन में उपयोग किया जा सकता है. आप चाहें तो इन्हें चावल पकाते वक्त उसमें मिला सकते हैं.

ब्लड प्रेशर के स्तर को नियंत्रित करने में भी सहायक

हाई ब्लड प्रेशर से स्ट्रोक, किडनी फेल, दिल की बीमारी या मौत भी हो सकती है, इसलिए इसे नियंत्रित करना जरूरी है. रोजाना सुबह तुलसी के पत्तों को पानी में उबालकर पीने से ब्लड प्रेशर के स्तर को नियंत्रित किया जा सकता है. अगर कोई ब्लड प्रेशर से संबंधित दवा का सेवन कर रहा है, तो डॉक्टर की सलाह लेकर उसकी जगह तुलसी के पानी का सेवन कर सकता है.

तनाव से राहत दिलाने में है कारगर

जब किसी व्यक्ति में कोर्टिसोल हॉर्मोन असंतुलित और बढ़ जाता है तो वह व्यक्ति तनावग्रस्त रहता है और उसकी सेहत पर बुरा असर पड़ता है. तुलसी में एंटी-स्ट्रेस गुण होते हैं, जो काफी हद तक तनाव से राहत दिलाने में मदद करते हैं. इस वजह से तुलसी के पानी का सेवन करने से शरीर में कोर्टिसोल के स्तर को कम किया जा सकता है. इससे तनाव और थकान दोनों में कमी हो सकती है.

डायबिटीज के मरीजों के लिए फायदेमंद

तुलसी डायबिटीज के मरीजों के लिए भी फायदेमंद होती है, क्योंकि तुलसी में शुगर लेवल कंट्रोल करने वाले तत्व पाए जाते हैं, ऐसे में जिन लोगों को डायबिटीज की समस्या होती है, उन्हें तुलसी के पानी का इस्तेमाल जरूर करना चाहिए. क्योंकि ऐसा करने से शुगर लेवल कंट्रोल में रहता है, और डायबिटीज की समस्या नहीं होती. Read More – Jaya Bachchan Angry Video : एयरपोर्ट में कैमरा पर्सन पर भड़की जया बच्चन, वीडियो हो रहा वायरल …

मौसमी समस्याओं को दूर करने में भी है मददगार

सर्दियों के मौसम में अक्सर सर्दी और जुकाम जैसी समस्याएं हो जाती हैं. इनसे बचाव के लिए तुलसी के पानी का सेवन बेहद लाभकारी है. इसमें रोजमेरिनिक एसिड होता है, जो एंटी-एलर्जेनिक के साथ-साथ एंटी-इंफ्लेमेटरी प्रभाव से युक्त होता है. ये दोनों प्रभाव मौसमी एलर्जी से बचाव करने में सहायक हैं. इसके अलावा यह ब्रोंकाइटिस और फेफड़ों में फैलने वाले संक्रमण को दूर करके फेफड़ों की कार्यक्षमता में सुधार और प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाने में भी सक्षम है.

पेट रहता है साफ

ठंड के मौसम में खाना-पीना कभी-कभी ज्यादा हो जाता है, इसके अलावा इस मौसम में पेट से संबंधित कई समस्याएं भी शुरू हो जाती है, लेकिन अगर आप हर दिन तुलसी के पानी का सेवन करते हैं, तो इससे आपका पेट साफ रहता है. जिससे गैस और कब्ज जैसी समस्या नहीं होती है और लूज मोशन की समस्या से भी राहत मिलती है.

सांस समस्या समस्या में भी आराम

अव्यवस्थित खानपान और प्रदूषण के कारण हमारा रेस्पिरेट्री सिस्टम काफी प्रभावित होता है. अगर आपको भी सांस से संबंधित कोई समस्या है. तो तुलसी के पत्ते गर्म पानी में डालकर सेवन करना आपके लिए बहुत फायदेमंद होगा. क्योंकि तुलसी के पत्तों में इम्यूनोमोड्यूलेटरी और एक्सपॉर्टेंट प्रॉपर्टीज होती है. जो रेस्पिरेट्री सिस्टम को दुरुस्त करती है और सांस से संबंधित समस्याओं से राहत दिलाती है.

वजन होगा कंट्रोल

जिन लोगों को अपना वजन कंट्रोल करना है. उनके लिए तुलसी का पानी बहुत फायदेमंद है. तुलसी का पानी पीने से पाचन तंत्र मजबूत होता है. भोजन जल्दी पचने लगता है. इसलिए आपका फेट नहीं बढ़ता है और वजन कंट्रोल होता है. जिन लोगों को पाचन से संबंधित समस्याएं उन्हें तुलसी के पानी का सेवन करना चाहिए.

नेचुरल डिटॉक्स ड्रिंक है

शरीर में मौजूद गंदगी, अपशिष्ट पदार्थ, टॉक्सिन्स आदि को बाहर निकालने में तुलसी की पत्तों को उबालकर पीने से मदद मिलती है, जो शरीर में कई गंभीर रोगों के जोखिम को बढ़ाते हैं. यह शरीर को नेचुरली डिटॉक्सिफाई करता है और आपको सेहतमंद रखता है.