भुवनेश्वर: केरल की यात्रा पर अपने परिवार के साथ आए ओडिशा के दो डॉक्टर मंगलवार को वायनाड जिले में हुए विनाशकारी भूस्खलन में लापता हो गए हैं।

उनकी पहचान कटक के चौद्वार हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी के डॉ. स्वाधीन पंडा और डॉ. बिष्णु चिन्हारा के रूप में हुई है। सूत्रों ने बताया कि वे त्रासदी के समय मुंडक्कई में रह रहे थे।

दोनों डॉक्टरों की पत्नियों को गंभीर हालत में बचाए जाने के बाद कथित तौर पर अस्पताल में इलाज चल रहा है। ओडिशा सरकार ने इस मुद्दे पर केरल सरकार से संपर्क किया है।

मुख्यमंत्री कार्यालय ने एक पोस्ट में कहा, “वायनाड में हुए बड़े पैमाने पर भूस्खलन के मद्देनजर राज्य सरकार केरल सरकार के साथ नियमित संपर्क में है, जिसमें कई लोगों की जान चली गई। केरल राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण से प्राप्त जानकारी के अनुसार, बचाए गए दो ओडिया लोगों का इलाज चल रहा है, जबकि दो अन्य अभी भी लापता हैं।”

राज्य सरकार संबंधित जिला प्रशासन के संपर्क में है, जिसने आपदा से प्रभावित ओडिया परिवारों से संपर्क किया है।

उल्लेखनीय है कि मंगलवार की सुबह वायनाड जिले के चूरलमाला और मुंडक्कई में ढाई घंटे के भीतर दो बड़े भूस्खलन हुए, जिसमें करीब 125 लोगों की मौत हो गई और करीब 90 लोग लापता हो गए।