बिजनौर. प्रदेश में अस्पतालों के हालात अब किसी से छिपी नहीं हैं. ताजा मामला बिजनौर से सामने आया है. जहां महिला महिला चिकित्सालय में अल्ट्रासाउंड की सुविधा बंद है. इसके पीछे सबसे बड़ी वजह ये है कि अल्ट्रासाउंड करने वाले डॉक्टर 15 दिनों की छुट्टी पर गए हुए हैं.

अस्पताल प्रबंधन के पास इसका कोई विकल्प नहीं है कि आखिर चिकित्सक की अनुपस्थिति में मरीजों का अल्ट्रासाउंड कौन करेगा. इस असुविधा के चलते गर्भवती महिलाएं जिला अस्पताल से निजी अस्पताल जाने को मजबूर हैं. जिला अस्पताल में आने वाली गर्भवती महिलाओं को महंगी दरों पर निजी अस्पताल में अल्ट्रा साउंड कराना पड़ा रहा है. वहीं जब इस मामले को लेकर बिजनौर जिला महिला चिकित्सालय के CMS से मीडिया ने सवाल किया तो वो भड़क गईं. इतना ही नहीं CMS ने मीडिया को इस संबंध में डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक से बाइट लेने की नसीहत दे डाली.

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महिला चिकित्सालय बिजनौर के अल्ट्रासाउंड विभाग के बाहर बड़ी संख्या में गर्भवती महिलाएं आ रही थी. दरवाजे पर ताला लटका देख उन्हें निराश होकर जाना पड़ा. महिला चिकित्सालय बिजनौर के बारे में एक चौंका देने वाला तथ्य यह भी है कि अभी दो दिनों पहले इसी अस्पताल को मरीजों बेहतर सुविधाएं मुहैया कराने के लिए राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन द्वारा कायाकल्प अवार्ड दिया गया था.

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