ऑटोमोबाइल डीलरों के निकाय फाडा ने कहा कि अनाधिकृत मल्टी-ब्रांड आउटलेट से दोपहिया वाहनों की बिक्री के चलते वैध डीलरशिप को नुकसान हो रहा है. फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशन (FADA) ने कहा कि उसने इस चलन के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के लिए विभिन्न अधिकारियों से संपर्क किया है. फाडा ने एक बयान में कहा कि मल्टी-ब्रांड आउटलेट (एमबीओ) डीलरों से थोक में अपंजीकृत वाहन ले रहे हैं और बिक्री के बाद सेवा की किसी भी प्रतिबद्धता के बिना रियायती दरों पर ग्राहकों को बेच रहे हैं. निकाय ने कहा कि इससे वैध डीलर प्रभावित हुए हैं और ब्रांड तथा डीलर भागीदारों के प्रति ग्राहकों का भरोसा भी कम हुआ है.

MBO पर होगी कड़ी कार्रवाई

FADA ने कहा कि उद्योग निकाय ने SIAM को भी लिखा है, उनसे अनुरोध किया है कि वे अपनी बिक्री प्रक्रिया में संशोधन के लिए संबंधित ओईएम के साथ इस मुद्दे को उठाएं, अनाधिकृत आउटलेट्स को नए / अपंजीकृत वाहनों की आपूर्ति करने से रोका जाए. वहीं FADA ने महाराष्ट्र सरकार और मुंबई और दिल्ली के परिवहन आयुक्तों से भी संपर्क किया है, उनसे इन MBO के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने और उद्योग मानकों और नियमों का अनुपालन सुनिश्चित करने का आग्रह किया है.

आयकर की चोरी

इतना ही नहीं, ये आउटलेट जीएसटी, आयकर की चोरी, नकली/कम मूल्य वाली बीमा पॉलिसी जारी करने, बिना पंजीकरण/हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट और हेलमेट के वाहनों की डिलीवरी करते हैं. इस तरह अवैध प्रथाओं में लिप्त होने के साथ-साथ कंपनी डीलरशिप की कमाई को नुकसान पहुंचता है. निकाय के अध्यक्ष मनीष राज सिंघानिया ने कहा, हमने उन अनाधिकृत एमबीओ के खिलाफ आवाज उठाई है जो वास्तविक डीलरों के रूप में प्रमाणित नहीं हैं और बिना किसी व्यापार प्रमाणपत्र या बिक्री के बाद की सेवाओं के अपंजीकृत वाहन बेचते हैं.