बेरोजगारी की मार कम होने का नाम ही नहीं ले रहा है. अब देश में बेरोजगारी की दर जून में मासिक आधार पर 0.68% बढ़कर कुल वर्क फोर्स के 7.80% पर पहुंच गई. एक ही महीने जून में 1.3 करोड़ लोगों ने अपनी नौकरी गवाई है. यह खुलासा मंगलवार को सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकोनॉमी (CMIE) द्वारा जारी किए गए आंकड़ों से हुआ है. पता चलता है कि पिछले महीने यानी जून 2022 में भारत में बेरोजगारी दर कुल कार्यबल का 7.8 फीसदी हो गई.

बता दें कि पिछले महीने यानी मई 2022 में यह आंकड़ा 7.12 फीसदी था. सीएमआईई के आंकड़ों के मुताबिक, बेरोजगारी दर में वृद्धि मुख्य रूप से ग्रामीण इलाकों की बेरोजगारी में वृद्धि के कारण हुई. असमान बारिश के स्तर की वजह से ग्रामीण इलाकों में बेरोजगारी दर में वृद्धि हुई है क्योंकि इसकी वजह से ग्रामीण क्षेत्रों में कृषि श्रमिकों की तैनाती में देरी हुई है. ग्रामीण क्षेत्रों में बेरोजगारी दर मई के 6.62 फीसदी से बढ़कर जून में 8.03 प्रतिशत हो गई. दूसरी ओर इसी अवधि के दौरान शहरी बेरोजगारी दर 7.30 प्रतिशत हो गई. एक महीने पहले यह 7.12 प्रतिशत थी.

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वहीं, शहरी बेरोजगारी दर की बात करें तो जून में यह मासिक आधार पर 0.91% बढ़कर 7.30% दर्ज हुई है. यह बीते एक साल में इसका सबसे कम आंकड़ा है. मई में यह 8.21% के स्तर पर थी. CMIE के एमडी महेश व्यास ने कहा, जून के दौरान लगभग 1.3 करोड़ नौकरियां खत्म हो गईं. लेकिन बेरोजगारों की संख्या में महज 30 लाख की बढ़ोतरी हुई क्योंकि बाकी लेबर मार्केट से बाहर हो गए. इसने श्रम भागीदारी दर (LPR) को जून में सबसे कम 38.8% पर ला दिया. यह इससे पिछले दो महीनों (अप्रैल-मई) में 40% थी.

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