केंद्र सरकार ने NEET, JEE Mains, CUT और UGC NET जैसे महत्वपूर्ण परीक्षण निकायों के कामकाज को सुधारने का महत्वपूर्ण निर्णय लिया है. केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने घोषणा की NTA  2025 से सिर्फ प्रवेश परीक्षाएं कराएगा और अगले वर्ष से भर्ती परीक्षाएं नहीं कराएगा. उन्होंने यह भी कहा कि अगले वर्ष NTA का पुनर्गठन होगा और 10 नए पद बनाए जाएंगे. केंद्रीय मंत्री ने कहा, “सरकार निकट भविष्य में कंप्यूटर बेस्ड परीक्षा और टेक्नोलॉजी बेस्ड प्रवेश परीक्षा की ओर कदम बढ़ाना चाहती है.’ मेडिकल प्रवेश परीक्षा को लेकर, उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य मंत्रालय के साथ चर्चा जारी है कि नीट यूजी परीक्षा ऑनलाइन हो या पेन पेपर मोड में की जाएगी.

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केंद्रीय मंत्री ने यह भी बताया कि कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट (CUET UG) को वर्ष में एक बार ही आयोजित किया जाएगा. आपको बता दें कि डीयू, बीएचयू, जामिया और इलाहाबाद विश्वविद्यालय देश के 260 से अधिक विश्वविद्यालयों में स्नातक कोर्सेज में दाखिला देते हैं.

उन्होंने कहा, ‘एजेंसी का 2025 में पुनर्गठन किया जाएगा, कम से कम दस नए पद सृजित किए जाएंगे . काम में कोई गलती न हो, यह सुनिश्चित करने के लिए एनटीए के कामकाज में कई बदलाव किए जाएंगे.’

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उनका कहना था कि सरकार भविष्य में तकनीक आधारित कंप्यूटर अडैप्टिव प्रवेश परीक्षाओं की ओर बढ़ने पर विचार कर रही है. NEET-UG 2024 और यूजीसी नेट में अनियमितताएं सामने आने के बाद, केंद्रीय सरकार ने एनटीए की कार्यशैली को सुधारने और पारदर्शी, सुचारू और निष्पक्ष प्रवेश परीक्षाओं का आयोजन सुनिश्चित करने के लिए एक समिति का गठन किया. इस समिति ने कई सुधारों की सिफारिश की थीं.

कमिटी की ओर से दिए गए थे ये सुझाव

1- जेईई मेन की तरह एक से अधिक चरणों में NEET भी कराया जाए.

2- हाइब्रिड परीक्षाओं (ऑनलाइन और ऑफलाइन पेन पेपर दोनों) को लागू करें, यदि ऑनलाइन मोड संभव नहीं है, ऑफलाइन मोड का उपयोग करें. यदि ऑनलाइन एग्जाम संभव नहीं है, तो प्रश्न पत्र डिजिटल मोड में भेजे जाएं और आंसर OMR शीट पर लिखे जाएं.

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3- NEET (मेडिकल प्रवेश परीक्षा) सहित महत्वपूर्ण परीक्षाओं में लगने वाले प्रयासों की संख्या सीमित की जाए.

4- CUET परीक्षा में शामिल विषयों की संख्या कम की जाए.

5- आउटसोर्सिंग सेंटरों की संख्या कम की जाए और कर्मचारियों की भूमिका कम की जाए.

6- NTA  में परमानेंट कर्मचारियों को बढ़ाना चाहिए.

JEE और NEET आयोजन प्रक्रिया में बदलाव के संकेत

इससे पहले, दिसंबर के दूसरे सप्ताह में एक्सएलआरआई, जमशेदपुर में उन्होंने कहा कि अगले साल से जेईई और नीट जैसे अन्य केंद्रीय प्रतियोगिता परीक्षाओं में कई बदलाव किए जाएंगे. इसके आयोजन में भी राज्य सरकारों की मदद ली जाएगी क्योंकि ये परीक्षाएं अलग-अलग राज्यों में आयोजित की जाती हैं, इसलिए राज्य सरकारों और एनटीए में समन्वय बनाया जाएगा. केंद्रीय एजेंसी अब तक इन परीक्षाओं को आयोजित करती थी, लेकिन पिछले दिनों पेपर लीक का मामला सामने आने के बाद शिक्षा मंत्रालय ने इसे बदल दिया है. प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछले दिनों हुई पेपर लीक की घटना के बाद एक जांच कमेटी बनाई गई थी. जांच रिपोर्ट मिलने के बाद पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए एक रोड मैप बनाया गया है ताकि ऐसी घटनाएं फिर से नहीं हों.

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