केंद्रीय मंत्री जुएल उरांव गोंडवाना एक्सप्रेस में सवार होकर जबलपुर जा रहे थे, जब वे अचानक रहस्यमय तरीके से गायब हो गए. शनिवार रात हजरत निजामुद्दीन से रवाना हुई इस ट्रेन में उन्हें आखिरी बार देखा गया था. रविवार सुबह दमोह में उनकी बर्थ खाली पाई गई, जिससे हड़कंप मच गया. लगभग 3 घंटे की खोजबीन के बाद, वे 162 किलोमीटर दूर सिहोरा स्टेशन पर संपर्क क्रांति एक्सप्रेस के कोच B3 की बर्थ 57 पर मिले, जहां उनके हाथ-पैर पर चोट के निशान थे.

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संपर्क क्रांति एक्सप्रेस में बैठे मिले मंत्री

केंद्रीय मंत्री जुएल उरांव गोंडवाना एक्सप्रेस से दिल्ली से जबलपुर की यात्रा कर रहे थे. उन्होंने शनिवार रात हजरत निजामुद्दीन स्टेशन से ट्रेन पकड़ी, लेकिन रविवार सुबह दमोह में उनकी बर्थ खाली पाई गई, जिससे हड़कंप मच गया. रेलवे ने तुरंत सर्च ऑपरेशन शुरू किया और लगभग तीन घंटे की खोजबीन के बाद वे 162 किलोमीटर दूर सिहोरा स्टेशन पर मिले. मंत्री संपर्क क्रांति एक्सप्रेस के कोच बी3 में बर्थ नंबर 57 पर थे.

चलती ट्रेन में चढ़ते समय लगी चोट

सूत्रों के अनुसार, मंत्री सुबह 3:45 बजे दमोह स्टेशन पर पहुंचे, जहां उनका शुगर लेवल अचानक गिर गया. जैसे ही ट्रेन चलने लगी, वे उसमें चढ़ने लगे, लेकिन चढ़ते समय उनका पैर फिसल गया और उन्हें चोट लग गई. इसी दौरान, दूसरे प्लेटफॉर्म पर संपर्क क्रांति एक्सप्रेस आई, जिसमें मंत्री ने बैठने का निर्णय लिया.

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मंत्री के PA ने दी जानकारी

मंत्री के पीए ने जानकारी दी कि वे हरदुआ से लापता हो गए थे. बाद में यह स्पष्ट हुआ कि ट्रेन वहां रुकी ही नहीं थी. सुबह 6:55 बजे मंत्री सिहोरा स्टेशन पर पाए गए, जहां उन्हें प्राथमिक उपचार प्रदान किया गया और फिर उन्हें जबलपुर भेजा गया.

रेलवे ने स्टाफ को किया अलर्ट

रेलवे के सीनियर डीएसीएम डॉ. मधुर वर्मा और सिहोरा में आरपीएफ पोस्ट प्रभारी राजीव खरब ने बताया कि सूचना मिलते ही संबंधित स्टाफ को सतर्क कर दिया गया था. जब मंत्री जबलपुर पहुंचे, तो उनकी सुरक्षा सुनिश्चित की गई. इस पूरे घटनाक्रम पर मंत्री जुएल उरांव की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है.