दिल्ली। अक्सर बुजुर्ग मां बाप की सेवा उनके बच्चे नहीं करते हैं। ये गंभीर सामाजिक समस्या बन गई है लेकिन महाराष्ट्र की लातूर जिला परिषद ने एक अनूठी पहल की है।
महाराष्ट्र की लातूर जिला परिषद ने अपने बुजुर्ग माता-पिता की देखभाल नहीं करने वाले कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की है। जिला परिषद अपने बुजुर्ग माता-पिता की देखभाल न करने वाले सात कर्मियों के वेतन में से तीस फीसदी की कटौती करने की कार्रवाई की है। इससे जहां अपने बुजुर्ग माता पिता की अनदेखी करने वाले कर्मचारियों में हड़कंप मच गया है वहीं ये कार्रवाई दूसरे सरकारी कर्मचारियों के लिए नजीर बन गई है।
लातूर जिला परिषद के अध्यक्ष राहुल बोंद्रे ने बताया कि उनको एक दर्जन कर्मचारियों के खिलाफ माता-पिता की उपेक्षा करने की शिकायत मिली थी और उनमें से छह कर्मी अध्यापक हैं। उन्होंने बताया कि कटौती की गई राशि इन कर्मचारियों के माता-पिता के बैंक खातों में भेज दी गई है। गौरतलब है कि पिछले साल नवंबर में लातूर जिला परिषद महासभा ने अपने माता-पिता की देखभाल नहीं करने वाले कर्मियों के वेतन में तीस फीसदी कटौती करने का एक प्रस्ताव पारित किया था।