धमतरी। वैसे तो रौशनी का त्यौहार दीपावली आने वाले 19 अक्टूबर को मनाई जाएगी पर अपने अनोखे दस्तूर के चलते धमतरी मे सेमरा गाॅव के लोगो ने गुरुवार को ही त्यौहार मना लिया है. हफ्तेभर पहले ही त्यौहार मनाने की यह परम्परा यहां सदियों से चले आ रही है और इस परम्परा को मौजूदा पीढ़ियां भी आगे बढ़ा रही है अब वो चाहे फागुन का हो या फिर दशहरा.

धमतरी से तकरीबन 22 किमी दूर ग्राम सेमरा में गुरुवार को ही दीपावली मना लिया गया. आमतौर पर जैसे दीपों की इस त्यौहार को मनाया जाता है वैसे ही यहां भी मनाया जाता है. गांव के हर घर दियों और बिजली के झालर की रंग-बिरंगी रोशनी से सजे थे, शाम को सभी ने अपने-अपने घरों में मां लक्ष्मी का पूजा पाठ किया और उनसे आशीर्वाद मांगा. जिसके बाद क्या बच्चे और क्या बड़े सबने मिलकर जमकर आतिशबाजी की.

इस अनोखी परंपरा के पीछे एक गांव में एक प्रचलित किवदंती को वजह बताया जाता है. सरपंच सुधीर बल्लाल बताते हैं कि सदियों पहले गांव के देवता सिदार ने किसी व्यक्ति के सपने में आए थे और उन्हें सप्ताह भर पहले त्यौहार मनाने का आदेश दिया था. ग्रामीणों का मानना है कि ऐसा न करने से गांव में कोई अनहोनी हो सकती है. जिसकी वजह से ग्रामीण ग्राम देवता की पूजा अर्चना करने के बाद सप्ताह भर पहले ही यहां न सिर्फ दिपावली बल्कि दशहरा और होली भी मना लेते हैं. जो धीरे-धीरे इस गांव की एक परंपरा का रुप ले ली है.

गांव में सप्ताह भर पहले त्यौहार मनाने की इस परंपरा को देखने के लिए दूसरे गांवों से भी लोग यहां पहुंचते हैं. गांव में रहने वाले राधेश्याम देवांगन का कहना है इस दस्तूर के बहाने उन्हें अपने रिश्तेदारों से मिलने और मेहमाननवाजी का मौका मिल जाता है जो यहां त्यौहार देखने आते हैं.