सहारनपुर। उत्तरप्रदेश निकाय चुनाव नतीजों पर एक बार फिर सवाल उठ खड़े हुए हैं. दरअसल प्रदेश के सहारनपुर में निर्दलीय प्रत्याशी शबाना ने आरोप लगाया है कि उन्हें एक भी वोट नहीं मिला, तो फिर आखिर खुद उनका वोट कहां गया. क्योंकि अगर किसी उम्मीदवार को कोई वोट नहीं भी डालता है, लेकिन वो खुद तो अपने आप को वोट डालता है.

अब इस घटना के बाद एक बार ईवीएम पर सवाल उठने शुरू हो गए हैं. वार्ड नंबर 54 से उम्मीदवार शबाना ने ईवीएम की विश्वसनीयता पर सवाल खड़े किए हैं. शबाना को मतगणना से पता चला कि मतदान केंद्र 387 और 388 पर उन्हें एक भी वोट नहीं मिला है. शबाना ने कहा कि उनके परिवार ने भी उन्हें वोट दिया है, तो फिर उनका वोट शून्य कैसे हुआ. उन्होंने कहा कि उन्हें करीब 900 वोट मिलने की उम्मीद थी.

वहीं ये कोई पहला मामला नहीं है, जबकि ऐसा हुआ है. इससे पहले कानपुर के वार्ड नंबर 66 और 58 में भी वोटिंग के दौरान ईवीएम में गड़बड़ी को लेकर लोगों ने खूब हंगामा किया था. जिसके बाद पुलिस को यहां लाठीचार्ज भी करना पड़ गया था. लोगों का कहना था कि वे वोट किसी और को डाल रहे थे, जबकि वोट भाजपा को जा रहा था. नौबस्ता के पशुपतिनगर इलाके में भी गुस्साई भीड़ पर काबू पाने के लिए पुलिस को लाठियां भांजनी पड़ी थी. मेरठ से भी ईवीएम में गड़बड़ी की शिकायतें मिली थीं.

गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश निकाय चुनाव में भाजपा को बंपर जीत मिली है. 16 में से 14 महापौर सीटों पर बीजेपी ने जीत दर्ज की है. वहीं बाकी के 2 सीटों पर बसपा को विजय मिली.