कासगंज। तीन कृषि कानून किसानों की बर्बादी के लिए हैं. उनकी आय भी दोगुनी नहीं हुई और खेती पर उद्योगपतियों का कब्जा कराने की साजिश रच दी गई. ट्रेन, हवाई जहाज, जमीनें सब बिक रहा है. जनता वोटों से इस सरकार को सबक सिखा देगी. ये बातें समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहीं. वे शनिवार को बारह पत्थर मैदान पर हुई किसान महापंचायत को संबोधित कर रहे थे.

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महापंचायत में सपा सुप्रीमो ने ऐलान किया कि यूपी में आगामी विधानसभा चुनाव में रालोद और महान दल से मिलकर सपा चुनाव लड़ेगी. बड़े और राष्ट्रीय दलों से कोई समझौता नहीं होगा. केंद्र सरकार पर हमलावर होते हुए कहा कि किसानों ने ही महामारी के दौर में भी देश की अर्थव्यवस्था को बचाया है. वे 24 घंटे खेत में काम करते हैं, अधिकारियों की तरह घड़ी देखकर काम नहीं करते और उन पर ये कानून थोप दिए गए.

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उन्होंने कहा कि नोटबंदी लागू कर कहा गया था कि काला धन वापस आएगा. भ्रष्टाचार समाप्त होगा, जबकि देश लाइन में लगा था. लॉकडाउन में देश बंद कर दिया. मजदूर दूसरे प्रदेशों से पैदल चलकर घर आए. न जाने कितनी जान चल गईं.

महारैली को इन्होने किया संबोधित 

महारैली को महान दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष केशवदेव मौर्य, पूर्व केंद्रीय मंत्री सलीम इकबाल शेरवानी, पूर्व सांसद धर्मेन्द्र यादव, पूर्व सांसद कुं. देवेंद्र सिंह यादव, सपा वरिष्ठ नेता रामजीलाल सुमन, एमएलसी उदयवीर सिंह, राजपाल कश्यप, पूर्व सांसद कैलाश यादव, पूर्व सांसद चै. बिजेंद्र सिंह, पूर्व विधायक रामेश्वर सिंह, पूर्व विधायक नजीबा खान जीनत, अमित गौरव, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष जुगेंद्र सिंह समेत नेताओं ने सम्बोधित किया.