लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के खिलाफ पत्रकारों से मारपीट को लेकर मुरादाबाद के पाकबड़ा थाने में एफआईआर हुई है. इसकों लेकर अखिलेश यादव ने ट्वीट कर कहा कि यह हारती हुई भाजपा की हताशा का प्रतीक है.
उन पर आरोप है कि गुरुवार को हुई प्रेसवार्ता में उनके उकसाने पर ही सुरक्षाकर्मियों और सपा कार्यकर्ताओं ने पत्रकारों के साथ मारपीट की. थाने में रिपोर्ट दर्ज होने के बाद अखिलेश यादव ने ट्वीट कर लिखा- उप्र की भाजपा सरकार ने मेरे खिलाफ जो एफआईआर लिखवाई है, जनहित में उसकी प्रति प्रदेश के हर नागरिक के सूचनार्थ यहां प्रकाशित कर रहे हैं. अगर आवश्यकता पड़ी तो राजधानी लखनऊ में होर्डिंग भी लगवा देंगे. ये एफआईआर हारती हुई भाजपा की हताशा का प्रतीक है.

पत्रकारों और सपा कार्यकर्ताओं ने की एक दूसरे के खिलाफ थाने में शिकायत

बता दें कि पत्रकारों का आरोप था कि सवाल पूछने पर नाराज अखिलेश ने उन्हें सुरक्षाकर्मियों से पिटवाया. जबकि सपा ने साजिशन कार्यक्रम खराब करने के लिए हंगामा करने का आरोप लगाया था. इस मामले में शुक्रवार को इंडियन प्रेस एलाइवनेस एसोसिएशन (आईपीएए) के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. अवधेश पराशर के नेतृत्व में पत्रकारों ने प्रदर्शन करके एसपी सिटी को शिकायत दी थी. इसी शिकायत के आधार पर पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और बीस अन्य समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं के खिलाफ मारपीट, बंधक बनाने और बलवा करने का केस दर्ज किया गया है. एसएचओ पाकबड़ा रजनी द्विवेदी ने बताया कि मामले की जांच शुरू कर दी गई है.

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उधर, सपा के जिलाध्यक्ष जयवीर सिंह यादव ने भी सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव की प्रेसवार्ता के दौरान हंगामे के मामले में एसएसपी को तहरीर देकर पाकबड़ा थाने में केस दर्ज कराया है. एफआईआर में टीवी पत्रकारों फरीद शम्सी और उवैदुल रहमान पर पूर्व मुख्यमंत्री का सुरक्षा घेरा तोड़ने, उनकी छवि खराब करने, सुरक्षाकर्मियों पर हमला करने आदि के आरोप लगाए गए हैं. मुरादाबाद के एसपी सिटी अमित कुमार आनंद का कहना है कि प्रेसवार्ता के दौरान हंगामे के मामले में दोनों पक्षों से शिकायत मिली थी. पत्रकारों की शिकायत पर पूर्व मख्यमंत्री अखिलेश यादव समेत 20 लोगों पर केस दर्ज किया गया है. जबकि सपा जिलाध्यक्ष ने भी दो पत्राकारों पर गंभीर आरोप लगाते हुए रिपोर्ट दर्ज कराई है. मौके के सीसीटीवी फुटेज और वायरल हुए विभिन्न वीडियो के माध्यम से जांच पड़ताल की जा रही है.