लखनऊ. सभी पुलिस महानिदेशकों (डीजीपी) और पुलिस महानिरीक्षकों (आईजीपी) की वार्षिक बैठक 20 से 22 नवंबर के बीच लखनऊ में होगी. अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी. इंटेलिजेंस ब्यूरो द्वारा आयोजित तीन दिवसीय कार्यक्रम का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह करेंगे. उनके साथ राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल, केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला और अन्य उच्च अधिकारी भी इस बैठक में भाग लेंगे.

इंटेलिजेंस ब्यूरो (आईबी), रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (रॉ) के प्रमुख, केंद्रीय पुलिस संगठन के सभी प्रमुख और केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल के उच्चाधिकारी भी बैठक में शामिल होंगे. देश की सुरक्षा स्थिति पर चर्चा करने के लिए तीन दिवसीय मंथन बैठक में सभी राज्यों, केंद्र शासित प्रदेशों और केंद्र सरकार के डीजीपी और आईजीपी रैंक के लगभग 250 अधिकारी भाग लेंगे. सुरक्षा व्यवस्था के सूत्रों ने कहा कि जम्मू-कश्मीर की सुरक्षा, साइबर आतंकवाद, जम्मू-कश्मीर में पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद, नक्सली मुद्दा और नए उभरते खतरे प्रमुख मुद्दे हैं, जिन पर इस बैठक में चर्चा होने की संभावना है.

पिछले वर्ष वर्चुअल तरीके से आयोजित सम्मेलन के दौरान, कोविड-19 महामारी के दौरान पुलिस की भूमिका पर चर्चा की गई और प्राकृतिक आपदाओं से निपटने के लिए पुलिस के ज्ञान और क्षमताओं को बढ़ाने पर भी विस्तार से चर्चा की गई और राज्य के पुलिस प्रमुखों ने अपने अनुभव साझा किए. महामारी से निपटने और देशव्यापी लॉकडाउन के दौरान पुलिस ने कैसे संकटग्रस्त लोगों और प्रवासी कामगारों की मदद की, इस पर भी चर्चा की गई.