शाहजहांपुर। देशभर में होली का पर्व बड़ी धूमधाम से सभी जगह मनाया जाता है. अलग-अलग स्थानों पर मनाने का ढंग भी कुछ भिन्न होता है. वाराणसी की मसाने वाली होली, बरसाना की लट्ठमार और लड्डू होली पारंपरिक तरीके से मनाने का मजा ही कुछ और होता है. लेकिन प्रदेश के शाहजहांपुर में होली मनाने की ऐसी अजीबोगरीब परंपरा है, यहां लाट साहब होली या जूता मार होली मनाई जाती है. इस दिन यहां जूते-चप्पल की भरमार रहती है.

उत्तर प्रदेश होली के लिए खास प्रदेश है. यहां के सभी जिलों में होली मनाने का ढंग में विविधता पाई जाती है. शाहजहांपुर में देश की सबसे अजीब लेकिन अनोखी होली मनाई जाती है. लाट साहब की होली नाम से प्रसिद्ध इस पर्व में रंगों से ज्यादा जूते चलते हैं. यहां पर लाट साहब का जुलूस भी निकलता है. इस पर्व पर एक व्यक्ति चुना जाता है, जो लाट साहब बनता है. इस लाट साहब को भैंस-गाड़ी पर बैठाकर पूरे शहर में घुमाया जाता है और आस-पास जमा भीड़ उसे जूतों और झाड़ुओं मारती है. इस जूता मार होली में बच्चे से लेकर बुजुर्ग तक और पुरूष से लेकर महिला तक सभी वर्ग के लोग शामिल होते हैं.

कब से शुरू हुई यह परंपरा

यहां के बुजुर्ग बताते हैं कि जूता मार होली की यह परंपरा बहुत पुरानी है. बताया जाता है कि अंग्रेजी शासन और अंग्रेजों के प्रति आक्रोश व्यक्त करने के लिए लोग एक अपने ही किसी व्यक्ति को अंग्रेजों का प्रतीक लाट साहब बनाते हैं और फिर उसे भैंसा गाड़ी पर बैठाकर जूतों और झाड़ुओं से पीटा जाता है. यहां परंपरा अंग्रेज के शासन काल से आज तक चली आ रही है.

इसे भी पढ़े- Aggressiveness towards Hacking: Indian Organizations under Chinese Cyber Attack

स्पोर्ट्स की ये खबरें जरूर पढ़ें

मनोरंजन की ये खबरें जरूर पढ़ें