प्रयागराज. रीजनल इंस्टीट्यूट ऑफ ऑप्थल्मोलॉजी के निदेशक और प्रयागराज में एमएलएन मेडिकल कॉलेज (एमएलएनएमसी) के प्रिंसिपल डॉक्टर एस.पी. सिंह ने 16 घंटे, 30 मिनट की अवधि में इंट्राओकुलर लेंस (आईओएल) इम्प्लांट के साथ 107 फेकमूल्सीफिकेशन सर्जरी मुफ्त में आयोजित करके एक नया रिकॉर्ड बनाया है.

उन्होंने रिकॉर्ड बनाने के बाद कहा, “25 फरवरी को लगातार साढ़े 16 घंटे तक सुबह छह बजे से रात 10.30 बजे के बीच सर्जरी की गई. एक सप्ताह की देखरेख के बाद अब सभी मरीज ठीक हैं.” उन्होंने कहा, “मैं एक बार में इतनी सारी सर्जरी करने से खुश हूं और आशा करता हूं कि यह सर्जरी युवा सर्जनों को प्रेरित करने का काम करेगी.” उन्होंने आगे कहा, “मैंने पहले ही लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्डस को आवश्यक प्रमाणों के साथ उपलब्धि के बारे में सूचित करते हुए लिखा है.”

इसे भी पढ़ें – 11 साल के क्रिकेटर की मदद के लिए आगे आए KL Rahul, सर्जरी के लिए दान किए इतने लाख रुपए…

उन्होंने बताया कि इससे पहले नई दिल्ली में आर्मी हॉस्पिटल रिसर्च एंड रेफरल के तत्कालीन ब्रिगेडियर डॉ. जेकेएस परिहार ने अक्टूबर 2011 में पूर्वी लद्दाख में 34 फेकमूल्सीफिकेशन सर्जरी की थी और लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्डस में अपने लिए जगह बनाई थी. पांच मार्च 2001 को सिंह ने एक बार में 11 घंटे में 81 ऑपरेशन करके लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्डस में एक रिकॉर्ड बनाया था.