मुजफ्फरनगर. समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव गुरुवार को बुढ़ाना पहुंचे. यहां उन्होंने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि कश्यप समाज के नेताओ ने 18 मांगे रखी है. बहुत से गंठबंधन होंगे और बहुत से हो चुके हैं. पिछड़े वर्ग ने तन-मन से भाजपा को वोट किया, लेकिन उनको धोखा हाथ लगा. किसानों की आय दुगनी नहीं हुई, बल्कि उल्टा आय घट गई और मंगाई बढ़ गई. तीन कानून किसानों का क्या भला करेंगे? किसानों को बाजार के हाल पर छोड़कर कभी किसानों का भला नहीं हो सकता है.

अखिलेश यादव ने कहा कि बाबा मुख्यमंत्री आए थे. उनको अपना घोषणा-पत्र पढ़ना चाहिए. संकल्प पत्र में 70 लाख नौकरियों का वादा किया था. कश्यप समाज को कितनी नौकरी मिली. बाबा मुख्यमंत्री ने कहा था कि नौकरियां बहुत है, लेकिन हमारे युवाओं में टेलेंट नहीं है. पुलिस की पिटाई से एक व्यापारी की मौत हो गई और एक नौजवान को यूपी पुलिस ने इतना मारा की उसने जेल में ही आत्महत्या कर ली. भाजपा पार्टी के राज में पुलिस कस्टडी में सबसे ज्यादा मौते हुई हैं.

सपा प्रमुख ने कहा कि ये सरकार बेंचने वाली है. नोटबंदी से भ्रष्टाचार खत्म होगा कहा था. सरकार बताए कितना भ्रष्टाचार खत्म हुआ है. 100 नंबर समाजवादी पार्टी की देन है, भाजपा सरकार ने इसको भी 112 में बदल डाला, बस नाम बदले जा रहे हैं. विकास कहीं नहीं हुआ. विकास के नाम पर बस नाम बदले गए. करोबार हमे जोड़ता है और ये जोड़ने वाली बात कभी नहीं करते. सरकार ने गन्ने की कीमत आखरी साल में बढ़ाई, सरकार बताए कौन सी पर्ची पर 340 लिखा हुआ है, कीटनाशक दवाई महंगी हो गई, बीज महंगे हो गए और खाने-पीने की चीज़ें महंगी हो गईं.

अखिलेश ने कहा कि भाजपा के लोग बोलते है हमारे अंदर परिवारवाद है, लेकिन सबसे ज्यादा तो भाजपा के अंदर परिवारवाद है. कार्यक्रम सफल रहा है, कश्यप समाज के लोगों के साथ-साथ सभी समाज के लोग शामिल है, हमारी सरकार में नौकरियां मिलेंगी, महंगाई में कमी आएगी, महंगी बिजली से राहत मिलेगी, बिजली के बिल से लगता है करंट, हमारी सरकार में सिंचाई माफ थी, एम्बुलेंस भी फ्री थी. हम सिंचाई फ्री करेंगे और गरीब नौजवानो को सम्मान होगा.