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विक्रम मिश्र, लखनऊ। अदब और नफासत की नगरी लखनऊ में जनता के लिए समर्पित संस्था नगर निगम टैक्स के लिए शिविर और कैम्प के साथ छूट तक के हथकंडे अपना चुकी है। इसके बावजूद बड़े बकायेदार अपनी लाईबेलटी को निभाने में हाथ खड़े कर रहे हैं। जी हां आपको नाम बताएंगे तो आप भी चौक जाएंगे कि लखनऊ में एक हैसियत और स्थान रखने के साथ बड़े सम्मानित प्रतिष्ठान नगर निगम लखनऊ के टैक्स नही चुका रहे हैं। जबकि मध्यम और निचले तबके के लोगो से नगर निगम धौस दिखाकर टैक्स की वसूली कर लेता है लेकिन लखनऊ में बड़े लोग सरकारी हाउस टैक्स पटा नहीं रहे है।
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आइये बताते है किस पर कितना है बकाया
लुलु मॉल का 11 करोड़ 54 लाख बकाया है। बीबीडी विश्विद्यालय/ कॉलेज के 5 करोड़ 96 लाख बकाया हैं। इसके अलावा सेंट्रम होटल- 5 करोड़ 25 लाख, एमसी सक्सेना कालेज -4 करोड़ 53 लाख और श्रीराम स्वरूप कालेज-3 करोड़ 5 लाख बकाया है। ऐसे कई और भी बड़े संस्थान है, जिनके ऊपर की करोड़ों की देनदारी है लेकिन नगर निगम इनसे वसूली करने में अक्षम है।
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लूलू मॉल पर चल रहा कोर्ट केस
अशोक सिंह मुख्य कर निर्धारण अधिकारी के मुताबिक लूलू मॉल के ऊपर कोर्ट केस चल रहा है। इसके अलावा अंसल एक सामुदायिक संस्था है। जिसके कारण की उनको कर मुक्ति का प्रावधान है। इस वजह से उनसे कर की स्थिति नहीं बन सकती है। इसके अलावा बीबीडी और राम स्वरूप कॉलेज की बात करे तो वो लोग ट्रस्ट का हवाला देकर टैक्स सिस्टम को कोर्ट में चुनौती दिया है। हालांकि नगर निगम की लीगल टीम इस विषयो पर ध्यान दे रही है। और इसका निर्धारण किया जाएगा। आवश्यकता हुई तो सीलिंग की जाएगी।
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