लखनऊ। कोरोना से मौत की संख्या दिनों-दिन बढ़ती जा रही है. राजधानी लखनऊ के विद्युत शव दाह गृह में लम्बी कतारे दिखाई दे रही हैं. रोजाना 25 से अधिक शव बैकुंठ धाम पहुंच रहे हैं. प्रदेश में करोना से बिगड़ते हालात ने सभी की चिंता बढ़ा दी है.

राजधानी लखनऊ में भी लगातार कोरोना से मौतों के आंकड़ों में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है. शवों को जलाने के लिए पूरे दिन इंतजार करना पड़ रहा है. वहीं विद्युत शव दाह गृह में 2 में से एक मशीन खराब हो गई है. इससे लाशों की कतार गई है. शव दाह के लिए लोगों को बहुत परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. सैनिटाइज के बाद ही दूसरे शव का अंतिम संस्कार किया जा रहा है. यहां मशीन बढ़ाने की जरूरत है.

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हालत इतनी खराब है कि कोरोना से मौत के 12 घंटे बाद भी शवों का अंतिम संस्कार नहीं हो पा रहा है. बुधवार को मेडिकल कॉलेज प्रयागराज से रिटायर्ड डॉ. मिलिंद मुखर्जी के अंतिम संस्कार के लिए परिवारीजन सुबह से देर रात तक बैंकुंठ धाम भैंसाकुंड के विद्युत शवदाह गृह के बाहर एंबुलेंस में शव के साथ इंतजार करते रहे. इसी तरह कई अन्य परिवार भी बैठे रहे. शवदाह गृह के बाहर एंबुलेंसों की कतार लगी रही.

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