मऊ। उत्तर प्रदेश के मऊ जिले में उस वक्त सनसनी फैल गई। जब प्रदेश स्तर पर चिह्नित कुख्यात माफिया और पूर्व सपा ब्लॉक प्रमुख रमेश सिंह उर्फ काका ने फ़िल्मी अंदाज़ में अदालत में आत्मसमर्पण कर दिया। कोर्ट परिसर में जैसे ही रमेश सिंह काका दाखिल हुआ, वहां मौजूद पुलिसकर्मी देखते रह गए।

रमेश सिंह के खिलाफ कई मुकदमे दर्ज

गौरतलब है कि रमेश सिंह काका के खिलाफ कई संगीन आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं, जिनमें दो जेलरों की हत्या का गंभीर आरोप भी शामिल है। हाल ही में मऊ पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी के लिए 25,000 का इनाम घोषित किया था और विशेष टीमें गठित की गई थीं।

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14 साल तक चली लंबी सुनवाई

कोतवाली नगर थाना क्षेत्र में दर्ज फर्जी सिम कार्ड मामले में रमेश सिंह काका और उसके साथी जावेद काजमी को 2 जून को दोषी ठहराया गया था। 14 साल तक चली लंबी सुनवाई के बाद मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट मऊ ने जावेद काजमी को धारा 419, 420, 467, 468, 471 IPC के तहत 4 साल की कठोर कारावास और 14,000 के जुर्माने से दंडित किया है।

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रमेश सिंह काका पर पहले ही गैर-जमानती वारंट जारी हो चुका था, लेकिन वह गिरफ्तारी से बचता रहा। शुक्रवार को कोर्ट में अचानक सरेंडर कर उसने पुलिस और प्रशासन को चौंका दिया।