लखनऊ. उत्तर प्रदेश के आगरा के एक अस्पताल में ऑक्सीजन बंद करके मॉक ड्रिल करने से 22 मरीजों की मौत हो गई. इस मामले को लेकर पुलिस ने अस्पताल को सील कर दिया है. यह कार्रवाई वीडियो का सोशल मीडिया में वायरल होने के बाद की गई.
वायरल वीडियो में एक प्राइवेट अस्पताल के अधिकारी 26 अप्रैल को अपने कोरोना मरीजों को ऑक्सीजन बंद करके मॉक ड्रिल पर चर्चा कर रहे हैं. ताकी ये देखा जा सके कि ऑक्सीजन सप्लाई में कटौती होने पर कौन मरीज बिना ऑक्सीजन के रह सकता है. इस घटना में 22 लोगों की जान चली गई थी. वीडियो में बातचीत 26 और 27 अप्रैल को सामने आए ऑक्सीजन संकट के बारे में बताई जा रही है. वीडियो में एक व्यक्ति को अस्पताल प्रबंधक के सामने बोलते हुए देखा जा सकता है कि 22 लोगों की मौत हो गई थी.
श्री पारस हॉस्पिटल का एक वीडियो वायरल होने के बाद अब डीएम के आदेश पर अस्पताल को सील किया जा रहा है. इसके साथ ही अस्पताल के संचालक पर महामारी एक्ट के तहक केस दर्ज करने के निर्देश दिए गए है. इसके साथ ही प्रमुख सचिव गृह ने पारस अस्पताल के मालिक के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने का आदेश दिया है. मालूम हो कि पारस हॉस्पिटल के एक वायरल वीडियो में ऑक्सीजन संकट में मॉक ड्रिल से पांच मिनट में 22 गंभीर मरीजों के मौत की बात कही जा रही थी.
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सरकारी रिकॉर्ड में 26 अप्रैल को श्री पारस हॉस्पिटल में चार कोरोना मरीजों की मौत दर्ज है. इससे पहले डीएम प्रभु नारायण सिंह ने कहा था कि 26 और 27 अप्रैल को ऑक्सीजन की कमी हुई थी. लेकिन पूरी रात स्वास्थ्य महकमे के साथ प्रशासन की टीम अस्पतालों को ऑक्सीजन पहुंचाती रही. उन्होंने कहा था कि 26 अप्रैल को श्री पारस हॉस्पिटल में कोरोना के 97 मरीज भर्ती थे जिनमें से चार की मौत हो गई थी.
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