उमंग अग्रवाल, कानपुर देहात. कोरोना की दूसरी लहर यूपी सहित पूरे देश मे कहर बरपा रही है. कोरोना की दूसरी लहर में जहां तेजी से मामले बढ़ रहे है. वहीं मौत के आंकड़ों में रिकॉर्ड तोड़ बढ़ोत्तरी देखने को मिल रही है. जिसके चलते अस्पतालों और अस्पतालों के बाहर मरीजों की लाइन लगी है. इतना ही नहीं अस्पतालों में जगह न मिलने के चलते भारी संख्या में मरीज अपने घरों में ऑक्सीजन के सहारे मौत से जंग लड़ रहे है. वहीं ऑक्सीजन की कमी लोगों की समस्या और भी विकराल कर रही है. सरकार के दावों की हकीकत बयां कर रही है ऑक्सीजन प्लांटों के बाहर लगी लोगों की भीड़. अपनों को बचाने के लिए हर संभव कोशिश में लोग सुबह से शाम तक ऑक्सीजन प्लांटों के बाहर और अंदर की दौड़ लगा रहे है.
जद्दोजहद के बाद जब उन्हें ऑक्सीजन मिल जाती है तो संतोष जाहिर करते है. नहीं तो प्लांट में अपनी लड़ाई जारी रखते हैं. स्थिति को जानने के लिए लल्लूरामडॉटकॉम की टीम कानपुर देहात के जैनपुर स्थित भाव्या ऑक्सीजन गैस प्लांट पहुची. वहां की स्थिति और सरकार से लेकर जिला प्रशासन के दावों की जमीनी हकीकत सामने आई.
कानपुर देहात के जिला मुख्यालय से चंद कदमों की दूरी पर स्थित जैनपुर औद्योगिक क्षेत्र में भाव्या गैस के नाम से संचालित ऑक्सीजन गैस प्लांट में लोगों की खासी भीड़ लगी है. लोग अपनों की जिंदगी बचाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं. तेज धूप के बावजूद लोगों की भीड़ प्लांट के अंदर से लेकर बाहर भारी संख्या में देखने को मिली. कुछ को सिलेंडर मिल गया तो उनके चेहरों पर सकून देखने को मिला और कुछ को नहीं मिल तो वे चिंतित दिखे. लोग ऑक्सीजन के लिए अपना संघर्ष जारी रखे हैं. लल्लूरामडॉटकॉम की टीम ने जब वहां मौजूद लोगों से बात की तो उनका दर्द और भय सामने आ गया. साथ ही अपनों के जीवन को बचाने के लिए संघर्ष करने का जज्बा भी उनमें दिखा.
यहीं नहीं सरकार से लेकर प्रशासन के दावों की जमीनी हकीकत की कुछ अलग ही तस्वीर बयां की. लोगों ने लल्लूराम न्यूज को बताया कि सुबह से शाम तक वे अपनो को बचाने के लिए कानपुर देहात के इस भाव्या ऑक्सीजन गैस प्लांट में लगे है. वहीं ऑक्सीजन प्लांट में कर्मचारी से लेकर मालिक तक उनके साथ बदसलूकी करते है. साथ ही मनमाने रेट लेते है. जब कोई इसका विरोध करता है तो वे लोग बदसलूकी पर उतारू हों जाते है और कागज को फेंककर सिक्योरिटी गार्ड की मदद से प्लांट के बाहर करा देते है.
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वहीं भाव्या ऑक्सीजन गैस प्लांट के संचालक पुनीत बब्बर का कहना है कि उनके प्लांट में सभी लोगों को निर्धारित मात्रा में ऑक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध कराया जाता है. साथ ही सरकार के निर्धारित मानक और गाइड लाइन के अनुसार ही जरूरतमंदों को ऑक्सीजन सिलेंडर दी जा रही है. जिलाधिकारी समय-समय पर समीक्षा भी करते हैं.
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