बाराबंकी. बुधवार को बाराबंकी पुलिस ने एक अंतर्जनपदीय ऑटो लिफ्टर गैंग का पर्दाफाश किया. पुलिस ने आटो लिफ्टर गैंग के पांच सदस्यों को गिरफ्तार करके उनके कब्जे से चोरी के 9 बोलेरो वाहन बरामद करने का दावा किया है. गिरफ्तार सभी पेशेवर ऑटो लिफ्टर हैं और इनके विरुद्ध विभिन्न जनपदों में आपराधिक मुकदमे दर्ज है. पुलिस उनके विषय मे आपराधिक इतिहास तलाशने में जुटी हुई है. बुधवार को एसपी यमुना प्रसाद ने इस सम्बंध में पुलिस लाइन के सभागार में पत्रकार वार्ता करके खुलासा किया है.

तीन महीने पूर्व माह मई में थाना रामसनेहीघाट इलाके से एक बोलेरो चोरी हुई थी. वहीं जिले के ही रामनगर थानाक्षेत्र से भी एक लक्जरी वाहन भी कुछ महीने पूर्व चोरी हुआ था. दोनो की चोरी का मुकदमा सम्बंधित थानों में पुलिस ने दर्ज किया था. वहीं एसपी यमुना प्रसाद के निर्देश पर इनकी बरामदगी कराने की जिम्मेदारी सीओ रामसनेहीघाट पंकज को मिली थी तो उन्होंने खुलासे के लिये स्वाट सर्विलांस टीम के साथ जिले की रामसनेहीघाट पुलिस की संयुक्त टीम का गठन किया. सर्विलांस टीम ने चोरी वाले दिन की मोबाइल लोकेशन में पाया कि इस गैंग का एक सदस्य दोनों ही जगहों पर चोरी वाले दिन आया था उसके बाद पुलिस टीम धीरे-धीरे चोरों तक पहुंच गई और उनके गैंग का पर्दाफाश कर दिया.

यूपी के विभिन्न जिलों के पांच शातिर ऑटो लिफ्टरों को धरदबोचा तो पुलिसिया पूछताछ में उन्होंने अपना जुर्म स्वीकार करते हुए बताया कि हम लोग घूम घूमकर खड़ी गाड़ियों को देखते थे और मौका देखकर उनपर हाथ साफ कर दिया करते हैं. जिनको यूपी ही नही गुजरात व महाराष्ट्र प्रान्त में बेच देते हैं इसमे हमारे गैंग के दो सदस्य जो गोरखपुर जिले के निवासी है, उनको हैंडओवर करके चोरी के वाहनों को महाराष्ट्र व गुजरात तक भेजवा कर बेंचदेते थे. वो लोग चोरी के वाहनो के चेचिस नम्बर और रंग को भी परिवर्तित कर देते हैं और वाहन से सम्बंधित कागजो तक को बनवा देते हैं. पुलिस दोनों ही लोगों को सह अभियुक्त बनाकर उनकी भी तलाश में जुट गई है. इनके नाम है गोरखनाथ यादव व हरिनाथ यादव निवासी जिला गोरखपुर है. दोनों ही अभी फरार हैं. जबकि एसपी ने यह भी बताया कि इस गैंग अब तक सैकड़ों वाहनो को मास्टर की व अन्य तरीके से चुराया है. जिसकी बरामदगी के लिए पुलिस काम कर रही है. वहीं गिरफ्त मे आए एक ऑटो लिफ्टर का भावुक अंदाज मे कहना है कि मैं चोरी मे शामिल नहीं था.

एसपी यमुना प्रसाद ने बताया कि गिरफ्तार पांचों शातिर चोरो मे कबाड़ी भी हैं. जिनका पुराना आपराधिक इतिहास है और इनके विरुद्ध प्रदेश के अन्य जिलों में आपराधिक मुकदमें दर्ज हैं. पुलिस इसका पता लगाने में जुटी है. वहीं गिरोह का भंडाफोड़ करने में सीओ रामसनेहीघाट पंकज सिंह का बड़ा योगदान है. इसलिए इनकी टीम को नकद पुरस्कार देकर सम्मानित किया जायेगा. वहीं गैंग का खुलासा होने के बाद वाहनों की चोरी की वारदाते कम होने का पूरे आसार हैं.