अयोध्या. लावारिस शवों के वारिस के रूप में मसीहा माने जाने वाले समाजसेवी मोहम्मद शरीफ पद्मश्री का अवार्ड लेकर जब अयोध्या पहुंचे तो अयोध्या कैंट रेलवे स्टेशन पर उनका भव्य स्वागत हुआ. हालांकि भाजपा या जिला प्रशासन का कोई प्रतिनिधि नजर नहीं आया, लेकिन कांग्रेस व समाजवादी पार्टी के नेताओं ने पद्मश्री मोहम्मद शरीफ का भव्य स्वागत किया.

दरअसल पद्मश्री अवार्ड की घोषणा दो वर्ष पूर्व हुई थी, लेकिन कोरोना काल के चलते पद्मश्री का अवार्ड नहीं मिल पाया था. कोरोना काल के बाद राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति महामहिम रामनाथ कोविंद ने समाजसेवी मोहम्मद शरीफ को पद्मश्री अवार्ड से सम्मानित किया. सम्मान के इस मौके पर मो शरीफ ने अयोध्या कैंट रेलवे स्टेशन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति की भूरी-भूरी प्रशंसा की. दरअसल पिछले 28 साल से अयोध्या में मोहम्मद शरीफ लावारिस शवों का अंतिम संस्कार कर दिया रहे हैं. शव चाहे हिंदू का हो या मुस्लिम का हो कभी उन्होंने फर्क नहीं किया. सभी के धर्म के हिसाब से उसका अंतिम संस्कार किया.

बताया जाता है कि लगभग 3000 से अधिक लावारिस शवों का अंतिम संस्कार कर चुके हैं और अब वे जिंदगी के अंतिम पड़ाव पर हैं. काफी दिनों से बीमार चल रहे थे पैर में काफी दिक्कत भी थी, लेकिन पद्मश्री का अवार्ड लेने अपने पुत्र व पौत्र के साथ दिल्ली गए और जब लौटे तो ढेर सारी खुशियां और यादें लेकर लौटे. अयोध्या कैंट रेलवे स्टेशन पर अपनी खुशियों का इजहार भी किया.