लखनऊ. भाजपा प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने समजवादी पार्टी पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि यूपी में चुनावी शंखनाद हो चुका है. समाजवादी इत्र की दुर्गंध सात समंदर पार से आ रही है. 24 मई 2015 का ट्वीट है जिसमें वो फोटो है, लेकिन वो ट्वीट अब डिलीट कर दिया गया. 2005 से 2007 के बीच नोएडा अथॉरिटी में 52 हजार करोड़ का घोटाला किया गया. जिसका हिसाब उन्हें देना पड़ेगा.

सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि चुनाव की घोषणा होते ही अखिलेश यादव को परिणाम पता चल गया. तभी तो बोल रहे हैं कि डिजिटल माध्यम में भाजपा भारी है. उनके बयान से तय है कि वे अपनी हार मान चुके हैं. इस चुनाव में सपा, बसपा और कांग्रेस अपनी जमीन बचाने, उपस्थिति दर्ज कराने और ओवैसी आग लगने के लिए चुनाव लड़ रहे हैं. शिवपाल यादव बड़े दल के चाचा हैं, जब लैपटॉप बंट रहा था तब भी वो उनके साथ थे और अब बोल रहे हैं कि हम डिजिटली कमजोर हैं.

भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि ‘अखिलेश यादव पहले दूसरों को बोलते थे कि उन्हें लैपटॉप चलाना नही आता, लेकिन वे अब खुद ही स्वीकार कर रहे हैं कि वे तकनीक रूप से कमजोर हैं. यूपी में चुनाव का शंखनाद हो चुका है. सपा के लिए सिर मुंडवाते ओले पड़ने की कहावत सही साबित हो गई. सपा प्रमुख जब सीएम थे तब अपने इत्र वाले मित्र के साथ फ्रांस गए थे, तब एक ट्वीट भी किया गया था. अब वो ट्वीट डिलीट कर दिया गया. लेकिन अखिलेश जी आप इससे बच नही पाएंगे. जनता जवाब मांग रही है.’

त्रिवेदी ने कहा कि ‘अखिलेश जी ने कल कहा कि ऑनलाइन या डिजिटल आधार पर चुनाव होगा तो नुकसान होगा. जब अखिलेश यह कहते है तो मैं पूछना चाहता हूं कि अखिलेश यादव जो विदेशों में पढ़ाई करके लौटे है. जो लैपटॉप की बात करते है, लगातार टेक्नोसेवी होने की बात करते है. अब वो डर गए है. उन्हें हार के डर है. यूपी चुनाव में समाजवादी पार्टी अपनी जमीन संपत्ति बचाने के लिए चुनाव मैदान में है, बसपा इज्जत बचाने के लिए और कांग्रेस उपस्थित दर्ज कराने के लिए मैदान में है. ओवैसी जैसों को आग लगानी है. सिर्फ भाजपा को सरकार बनानी है.