बागपत. केंद्र सरकार के कृषि कानून के विरोध में दिल्ली की सीमाओं पर किसान आंदोलन कर रहे हैं. आंदोलन को आठ महीने होने वाला है. उत्तर प्रदेश के शामली, मुजफ्फरनगर व बागपत के किसानों का काफिला भाकियू नेता गौरव टिकैत के नेतृत्व में शनिवार को सिंघु बार्डर के लिए रवाना हुआ. हजारों किसान ट्रैक्टर से किसान आंदोलन के समर्थन के लिए निकले हैं.
भारतीय किसान यूनियन की ट्रैक्टर यात्रा शनिवार सुबह जिवाना टोल प्लाजा से शुरू होकर बागपत के राष्ट्र वंदना चौक पहुंची. जहां भाकियू नेता गौरव टिकैत के साथ अन्य नेताओं ने भी शहीदों की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया. इस दौरान राष्ट्र वंदना चौक पर पहुंचे दर्जनो ट्रैक्टर ट्रालियों व कारों के कारण जाम लग गया. जहां जाम खुलवाने में पुलिस को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी. इसके बाद भाकियू कार्यकर्ताओं का काफिला दिल्ली-सहारनपुर हाइवे से होता हुआ ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेस वे पहुंचा.
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बता दें कि भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने ऐलान किया कि जब तक तीन कृषि कानून वापस नही होंगे. किसानो का आंदोलन जारी रहेगा. कृषि कानून के विरोध में किसान आंदोलनरत है. वे गाजीपुर, टीकरी और सिंघु बॉर्डर पर धरना दे रहे हैं. शुक्रवार को किसान आंदोलन में जान फूंकने के लिए शामली, मुजफ्फरनगर से किसानों की रैली शुरू हुई. शनिवार की दोपहर यह रैली खेकड़ा मे दिल्ली सहारनपुर हाईवे के पास मवीकलां टोल प्लाजा पर पहुंची. ईर्स्टन पेरिफेरल एक्सप्रेस वे के टोल को फ्री कराते हुए गाजीपुर के लिए रवाना हो गई.
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