लखनऊ. उत्तर प्रदेश चुनाव में अब एक नई हाई-प्रोफाइल पार्टी मैदान में उतरने को तैयार है. तृणमूल कांग्रेस हिंदी भाषी क्षेत्र में धूम मचाने के लिए पूरी तरह से तैयार है. पार्टी ने उत्तर प्रदेश कांग्रेस के पूर्व एमएलसी राजेश पति त्रिपाठी और उनके बेटे ललितेश पति त्रिपाठी का पार्टी में स्वागत किया है. दोनों सोमवार को सिलीगुड़ी में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की मौजूदगी में तृणमूल में शामिल हो गए.

वे उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलापति त्रिपाठी के वंशज हैं और उनके शामिल होने से तृणमूल पार्टी को काफी फायदा हो सकता है. त्रिपाठी परिवार का विशेष रूप से पूर्वांचल क्षेत्र में ब्राह्मणों के बीच काफी प्रभाव है. परिवार को गांधी परिवार का करीबी माना जाता था, लेकिन उन्होंने मौजूदा स्थिति में पार्टी में बने रहने में असमर्थता का हवाला देते हुए पिछले महीने कांग्रेस छोड़ दी थी. तृणमूल के प्रदेश अध्यक्ष नीरज राय ने कहा कि ममता ‘छठ’ के बाद वाराणसी में रैली कर सकती हैं और यूपी के और बड़े नेताओं के पार्टी में शामिल होने की घोषणा कर सकती हैं.

राय ने कहा कि वह आगामी उत्तर प्रदेश चुनावों के लिए भाजपा विरोधी गठबंधन बनाने के लिए समाजवादी पार्टी को समर्थन देने की घोषणा भी कर सकती हैं. तृणमूल ने 2019 के आम चुनावों में ‘महागठबंधन’ को समर्थन दिया था. ममता बनर्जी त्योहारी सीजन के बाद उत्तर प्रदेश का दौरा करने की भी योजना बना रही हैं.