लखनऊ. उत्तर प्रदेश में एटीएस (ATS) को बड़ी सफलता हाथ लगी है. मंगलवार को यूपी एटीएस ने गाजियाबाद से दो अवैध रोहिंग्या को गिरफ्तार किया है. दोनों आरोपी फर्जी दस्तावेजों से भारत में रह रहे थे. यूपी ATS के मुताबिक आरोपी भारत में अवैध रूप से रोहिंग्याओं की एंट्री कराता था. गिरफ्तार किए गए दोनों लोग भी रोहिंग्या के ही हैं. यूपी एटीएस के एडीजी जीके गोस्वामी ने बताया कि मेरठ में रह रहे नूर आलम उर्फ रफिक और नई दिल्ली में रह रहे आमिर हुसैन को गाजियाबाद से गिरफ्तार किया गया है.

नूर आलम से एक आधार कार्ड, एक यूनाइटेड नेशंस का कार्ड, 65 हजार रुपए बरामद हुए हैं. आमिर हुसैन से एक यूनाइटेड नेशंस का कार्ड और 4800 रुपए बरामद हुए हैं. जीके गोस्वामी ने बताया कि जनवरी 2021 में संतकबीरनगर से गिरफ्तार अजीजुल्लाह का बहनोई नूर आलम है.

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गोस्वामी के मुताबिक नूर आलम ही अवैध रोहिंग्या को बांग्लादेश के रास्ते भारत लाकर उनकी भारतीय पहचान बनाने का मास्टरमाइंड है. यूपी एटीएस गिरफ्तार आरोपियों को कोर्ट में पेश कर आगे की विधिक कार्रवाई कर रही है. एटीएस के एडीजी ने बताया कि आरोपियों की कस्टडी रिमांड ली जाएगी, कस्टडी रिमांड में इस गिरोह के अन्य लोगों और भारत में अवैध रूप से रह रहे रोहिंग्या की जानकारी की जाएगी.

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बांग्लादेश के रास्ते ला रहा था भारत

उन्होंने बताया कि शुरुआती पूछताछ में पता चला है कि नूर आलम और आमिर हुसैन मस्जिदों में तकरीर कर रोहिंग्या की मदद के नाम पर रकम भी वसूल कर रहे थे. नूर आलम ही अवैध रोहिंग्या को बांग्लादेश के रास्ते भारत ला रहा था, दोनों आरोपी म्यांमार के रखाइन प्रांत के रहने वाले हैं. इस गिरोह से जुड़े उन भारतीयो की पहचान की जा रही है जो अवैध रोहिंग्या के भारतीय पहचान पत्र बनवाने में मदद कर रहे थे. नूर आलम ने भी अपना आधार कार्ड बनवा लिया था.

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