बस्ती. यूपी के बस्ती मंडी समिति परिसर में मतदान के बाद ईवीएम और वीवीपैट मशीनों को स्ट्रांग रूम में रखा गया है. स्ट्रांग रूम परिषद के बाउंड्री के पीछे सुबह बच्चों को वीवीपैट की पर्चियां मिली. बच्चे सैकड़ों की संख्या में पर्ची लेकर खेलने लगे. इस पर लोगों की नजर पड़ी तो हड़कंप मच गया. जिसके बाद देखते ही देखते भीड़ बढ़ने लगी. बता दें कि स्ट्रांग रूम परिसर में एक होमगार्ड इधर-उधर बिखरी वीवीपैट पर्चियों को इकट्ठा करने लगा. जिसकी जानकारी मिलने के बाद गांव की महिलाएं, बच्चे उस होमगार्ड के साथ हाथापाई, मारपीट करने लगे.

होमगार्ड ने जो वीवीपैट की पर्चियां इकट्ठा की थी, ग्रामीण उसको छीनने लगे. मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची. इस मामले की जानकारी मिलते ही बसपा प्रत्याशी आलोक वर्मा, जहीर अहमद और अशोक मिश्रा भी पहुंच गए. बसपा प्रत्याशी जहीर अहमद ने मामले की जांच कराने की मांग की. इसके साथ ही बसपा प्रत्याशी जहीर अहमद ने कहा कि ये पर्चियां कैसे इधर उधर फेंकी गई. इस पर प्रशासन पर सवाल खड़े होते हैं कि निष्पक्ष चुनाव कैसे करवाए होंगे. एसडीएम ने मामले की जांच की और वीवीपैट पर्चियों को अपने कब्जे में ले लिया है. इसके साथ ही एसडीएम ने कहा है कि चुनाव से पहले मॉक ड्रिल में मार्क पोलिंग कराई जाती है, ये उसी की पर्चियां लग रही हैं. इन पर्चियों को क्रश करना चाहिए, पर्चियां इधर-उधर फेंकी गई है, यह बड़ी लापरवाही है. इस मांमले में जांच की जाएगी और जांच कर जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.

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बता दें कि सपा प्रत्याशी महेंद्र नाथ यादव भी मौके पर पहुंचे. इस दौरान किसी ने फोन करके बसपा प्रत्याशी डॉ. आलोक रंजन को भी बुला लिया. उन्होंने मामले को बेहद गंभीर बताते हुए जिला निर्वाचन अधिकारी से जांच की मांग की और कहा कि दोषियों को सजा मिलनी चाहिए. सूचना पाकर अपर जिलाधिकारी अभय कुमार मिश्रा भी मौके पर पहुंचे, लेकिन तब तक सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण और प्रत्याशियों के समर्थक इकट्ठा हो गए थे.