अविनाश श्रीवास्तव/रोहतास/ सासाराम। आरएलएम सुप्रीमो उपेंद्र कुशवाहा ने पार्टी की एकजुटता के मुद्दे पर पूछे गए सवाल से खुद को अलग रखते हुए साफ कहा कि ऐसे मुद्दों पर चर्चा की कोई ज़रूरत नही है। शुक्रवार को सासाराम परिसदन भवन में आयोजित प्रेस वार्ता के दौरान जब उनसे उन तीन विधायकों के पार्टी से दूरी बनाने को लेकर सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि पत्रकारों के पास अब सवाल खत्म हो गए है इसलिए इस तरह की बातें उठाई जा रही हैं।

मनरेगा में पारदर्शिता के लिए बायोमेट्रिक व्यवस्था

कुशवाहा ने मनरेगा योजना में हुए सुधारों की चर्चा करते हुए कहा कि पहले इस योजना में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी होती थी। मजदूरों के नाम पर फर्जी उपस्थिति दर्ज की जाती थी और भुगतान उठा लिया जाता था जबकि काम मशीनों से कराया जाता था। उन्होंने कहा कि नई व्यवस्था में बायोमेट्रिक उपस्थिति लागू की गई है, जिससे फर्जी हाजिरी पर रोक लगेगी और भ्रष्टाचार पर कड़ा प्रहार होगा। इसे उन्होंने एक महत्वपूर्ण और निर्णायक सुधार बताया।

जी राम जी योजना में 125 दिन का रोजगार

कुशवाहा ने बताया कि जी राम जी योजना के तहत ग्रामीण मजदूरों को अब पहले की तुलना में अधिक कार्यदिवस मिलेंगे। मनरेगा के तहत जहां पहले 100 दिन का रोजगार दिया जाता था वही अब इसे बढ़ाकर 125 दिन कर दिया गया है। उनके अनुसार, इससे न केवल ग्रामीण परिवारों की आय में बढ़ोतरी होगी बल्कि स्थानीय अर्थव्यवस्था भी मजबूत होगी। उन्होंने कहा कि सरकार का उद्देश्य रोजगार प्रणाली को अधिक पारदर्शी, जवाबदेह और प्रभावी बनाना है, और इन बदलावों का सकारात्मक असर जल्द दिखाई देगा।