भुवनेश्वर. संयुक्त राज्य अमेरिका (यूएसए) ने रविवार को एक नई यात्रा सलाह जारी की और अपनी महिला नागरिकों को ओडिशा सहित छह विशिष्ट भारतीय राज्यों में अकेले यात्रा करने के प्रति आगाह किया.

नए परामर्श में महिला पर्यटकों को ओडिशा, बिहार, झारखंड, छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल और मेघालय सहित छह भारतीय राज्यों की यात्रा करते समय अत्यधिक सावधानी बरतने की सलाह दी गई है, खासकर जब वे अकेले या दूरदराज के इलाकों में यात्रा कर रही हों.

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अधिसूचना में कहा गया है, “अमेरिकी सरकार के पास ग्रामीण क्षेत्रों में अमेरिकी नागरिकों को आपातकालीन सेवाएं प्रदान करने की सीमित क्षमता है. ये क्षेत्र पूर्वी महाराष्ट्र और उत्तरी तेलंगाना से लेकर पश्चिमी पश्चिम बंगाल तक फैले हुए हैं. जोखिम के कारण, भारत में काम करने वाले अमेरिकी सरकारी कर्मचारियों को इन राज्यों की यात्रा करने के लिए विशेष प्राधिकरण प्राप्त करना होगा.”

सलाह में विशेष रूप से कहा गया है कि महिलाओं को इन क्षेत्रों में अकेले यात्रा करने से बचना चाहिए, खासकर राजधानी शहरों के बाहर, जब तक कि विशेष सावधानी न बरती जाए या पूर्व अनुमति प्राप्त न हो जाए.

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सलाह में कहा गया है, “अकेले यात्रा न करें, खासकर अगर आप महिला हैं.” अमेरिका ने सुरक्षा चिंताओं के कारण जम्मू-कश्मीर, भारत-पाकिस्तान सीमा क्षेत्र और पूर्वोत्तर भारत के कुछ हिस्सों को भी संवेदनशील क्षेत्र घोषित किया है और अपनी पिछली चेतावनियों को दोहराया है.

दिलचस्प बात यह है कि यह चेतावनी देते हुए अमेरिकी विदेश विभाग ने स्वीकार किया कि यौन हिंसा के सबसे ज़्यादा मामले वाले देशों में अमेरिका भी शामिल है.

इससे इस बात पर चर्चा शुरू हो गई है कि महिलाओं के लिए अंतरराष्ट्रीय यात्रा वास्तव में कितनी सुरक्षित है.

इस पर प्रतिक्रिया देते हुए खाद्य आपूर्तिकर्ता और उपभोक्ता कल्याण मंत्री कृष्ण चंद्र पात्र ने ओडिशा को एक शांतिपूर्ण स्थान बताया और अपराध के प्रति सरकार की शून्य-सहिष्णुता पर प्रकाश डाला.

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पात्र ने कहा, “दुनिया में ओडिशा जितना शांतिप्रिय कोई स्थान नहीं है. अपराध तो होते ही हैं, लेकिन हमारी सरकार शून्य-सहिष्णुता की सख्त नीति का पालन करती है. क्या अमेरिका अपराध मुक्त है? यहां तक कि ट्रंप और व्हाइट हाउस पर भी हमले हुए हैं.”

दूसरी ओर, कानून मंत्री पृथ्वीराज हरिचंदन ने टिप्पणी की कि अमेरिका भारत की दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के रूप में स्थिति और जल्द ही तीसरे स्थान पर पहुंचने की संभावना को स्वीकार नहीं कर पा रहा है.

उन्होंने आरोप लगाया कि भारत के खिलाफ साजिश रची जा रही है, जबकि अमेरिका खुद दंगों, महिलाओं के खिलाफ अपराधों और बिगड़ती कानून व्यवस्था की स्थिति से जूझ रहा है. उन्होंने कहा कि अमेरिका को भारत के आंतरिक मामलों पर टिप्पणी करने के बजाय अपने मुद्दों को सुलझाने पर ध्यान देना चाहिए.

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