दिल्ली। अमेरिका ने चीन के खिलाफ ताबड़तोड़ कार्रवाई करते हुए उसके कई नेताओं की अमेरिका में एंट्री बैन कर दी है। इससे चीन बुरी तरह से बौखला गया है।
चीन के मुस्लिम बहुसंख्यक शिंजियांग प्रांत में उइगुर समुदाय के लोगों, कजाख तथा अल्पसंख्यक समुदाय के अन्य लोगों के मानवाधिकारों के उल्लंघन के आरोप में चीन के तीन वरिष्ठ अधिकारियों की अमेरिका में एंट्री पर प्रतिबंध लगाया गया है साथ ही अमेरिका ने उनके वीजा पर भी पाबंदियां लगाई हैं। इन अधिकारियों में सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी का एक वरिष्ठ नेता भी शामिल है। चीन पर पश्चिम प्रांत में उइगुर समुदाय के लोगों को सामूहिक तौर पर हिरासत में रखने, उनका धार्मिक उत्पीड़न करने और उनकी जबरन नसबंदी के आरोप हैं।

अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ की तरफ से जारी  बयान में तीन वरिष्ठ अधिकारियों शिंजियांग उइगर स्वायत्त क्षेत्र के कम्युनिस्ट पार्टी सचिव और शक्तिशाली पोलित ब्यूरो के सदस्य चेन क्वांगो, शिंजियांग राजनीतिक और कानूनी समिति के पार्टी सचिव झू हेइलुन और शिंजियांग सार्वजनिक सुरक्षा ब्यूरो के पार्टी सचिव वांग मिंगशान के नाम शामिल हैं. अमेरिका के इस कदम के बाद ये अधिकारी और उनके परिवार के सदस्य अमेरिका में प्रवेश नहीं कर सकेंगे। खास बात ये है कि इन नेताओं के साथ किसी भी तरह का आर्थिक लेने देन भी अमेरिका में अपराध की श्रेणी में आएगा और अमेरिका में उनकी संपत्तियां जब्त की जाएंगी।