लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधान परिषद की फोटो गैलरी से विनायक दामोदर सावरकर की तस्वीर हटाने की कांग्रेस ने मांग की थी. जिस पर पलटवार करते हुए मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने इसे दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया है. उन्होंने कहा कि यह कांग्रेस का दुर्भाग्य है कि उनके नेता एमएलसी का इतिहास नहीं जानते हैं. वे इतिहास को परिवार तक ही सीमित रखना चाहते हैं, जबकि इतिहास बहुत विशाल है.

उत्तर प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री व प्रवक्ता सिद्धार्थनाथ सिंह ने कहा कि वीर सावरकर उन लोगों में से एक हैं, जिन्होंने भारत के लिए वीरता के किस्से लिखे. कांग्रेस के एमएलसी को पता होना चाहिए कि इंदिरा गांधी ने उनकी प्रशंसा की थी औऱ कहा था कि वे राष्ट्र योद्धा थे. कांग्रेस को उन देशभक्तों का अपमान बंद करना चाहिए, जिनका नाम इतिहास में दर्ज है.

बता दें कि उत्तर प्रदेश विधान परिषद का सुंदरीकरण कराने के साथ ही वहां चित्र वीथिका बनाई गई है. जिसमें तमाम स्वतंत्रता सेनानियों, क्रांतिकारियों के चित्र लगाए गए हैं. इनमें वीर सावरकर की तस्वीर भी शामिल है. मंगलवार को वीथिका का अनावरण करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महिमा गान करते हुए कहा कि सावरकर का व्यक्तित्व सभी देशवासियों के लिए बहुत महत्वपूर्ण है. इस पर कांग्रेस की ओर से कड़ा ऐतराज़ जताया गया है.

विधान परिषद में कांग्रेस पार्टी के नेता दीपक सिंह ने सभापति रमेश यादव को पत्र लिखकर सावरकर के कार्यों को देश विरोधी बताया और फोटो हटाकर भाजपा के संसदीय कार्यालय में लगाने की मांग की है. कांग्रेस के एमएलसी दीपक सिंह ने सभापति को लिखे पत्र में कहा है कि स्वतंत्रता सेनानियों, क्रांतिकारियों के बीच सावरकर की तस्वीर लगाना उन महापुरुषों का अपमान है. अंग्रेजों से माफी मांगने वाले, उनके साथ मिलकर देश के विरुद्ध लड़ने वाले, मोहम्मद अली जिन्ना की तरह दो राष्ट्र की मांग उठाने वाले को सिर्फ भाजपा ही स्वतंत्रता सेनानी मान सकती है.