Vastu Tips For Salt: ज्योतिष एवं वास्तु शास्त्र में नमक का महत्व उतना ही पुराना हैं जितना हमारे शरीर और घर की नेगीविटी का. बहुत से उपाय एवं ग्रहों को शांत करने में नमक का प्रयोग किया जाता रहा हैं. अगर कुंडली में चंद्र – शुक्र कमजोर है तो समुद्री या सामान्य नमक का भोजन में इस्तेमाल न करें बल्कि सेंधा नमक का इस्तेमाल करें. इससे आप रक्तचाप की समस्या से बचे रहेंगे.

ज्योतिष और परंपरा से यह जाना गया है कि यदि आपको कोई व्यक्ति पसंद नहीं है तो उसका नमक न खाएं. किसी पापी पुरुष के यहां का नमक तो कदापी न खाएं अन्यथा आपका जीवन भी उसी के सामन होने लगेगा. हर कहीं का नमक या नमकीन न खाएं इस बात का भी हमेशा ध्यान रखें. मजबूरी में या दबाव में किसी का नमक मत खाइये इससे आपका बड़ा नुकसान हो सकता है. नमक उसी का खाइये जिसके संस्कार अच्छे हों और जो धर्म सम्मत आचरण करता हो.

नमक के संबंध में इस तरह की धारणा हमें परंपरा से प्राप्त होती है. हालांकि मनोवैज्ञानिक तौर पर देखें तो आप यदि किसी ऐसे व्यक्ति का नमक या अन्य कुछ खा लेते हैं जोकि आपको पसंद नहीं है तो आप मन में ग्लानी महसूस करेंगे. नमक तो हमारे शरीर पर ज्यादा प्रभाव डालता है. मान्यता अनुसार अगर कुंडली में चंद्र कमजोर है तो समुद्री या सामान्य नमक का भोजन में इस्तेमाल न करें बल्कि सेंधा नमक का इस्तेमाल करें. इससे आप रक्तचाप की समस्या से बचे रहेंगे. लेकिन अगर कुंडली में मंगल कमजोर है तो भोजन में समुद्री नमक का इस्तेमाल कर सकते हैं. यदि आपकी (Vastu Tips For Salt) कुंडली में पितृदोष है तो कभी भी खाने में ऊपर से नमक का इस्तेमाल न करें.

इसके अलावा यदि कुंडली में सप्तम भाव में सूर्य है तो ऊपर से नमक डालकर खाना घातक सिद्ध हो सकता है. एक बार किसी योग्य लाल किताब के विशेषज्ञ या ज्योतिष को अपनी कुंडली जरूर दिखाएं और उससे नमक की सलाह लें.