रायपुर। सांप्रदायिक सद्भावना के लिए काम कर रहे प्रसिद्ध वक्ता, चिकित्सक और शिक्षक राम पुनियानी रविवार को छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में थे. एक प्रेसवार्ता में उन्होंने राष्ट्रवाद, वीर सावरकर और नेहरू पर खुलकर बोले.

उन्होंने कहा कि वीर सावरकर के चरित्र को दो भागों में देखना चाहिए, एक ब्रिटिश के खिलाफ क्रांतिकारी के रूप में और दूसरा जेल जाने के बाद अंग्रेज शासन को लिखे 7 माफीनामा के साथ. नेहरू को लेकर पुनियानी ने कहा कि नेहरु धर्म निरपेक्ष व्यक्ति थे, संविधान के साथ चलते थे मैं नेहरू को बधाई देता हूँ कि उन्होंने सावरकर को जगह नहीं दी.

उन्होंने देश में चल रहे राष्ट्रवाद को लेकर कहा कि तीन तरह के राष्ट्रवाद होते हैं पहला राष्ट्रवाद भारतीय है जिसमें जाति, लिंग, क्षेत्र, सम्प्रदाय बाधाओं को दूर कर राष्ट्रवाद का निर्माण करता है, जो गांधी ने किया. उन्होंने दूसरा राष्ट्रवाद हिंन्दु और तीसरा मुस्लिम राष्ट्रवाद को बताया, उन्होंने कहा कि दूसरे और तीसरे राष्ट्रवाद का निर्माण सत्ता को लेकर हुआ है.

उन्होंने कहा कि गाय को आज राजनीतिक मुद्दा बना दिया गया है जबकि वह सामाजिक है. उन्होंने कहा कि गांधी जी से आज के राजनेताओं को  सीखना चाहिए. लव जेहाद को लेकर पुनियानी ने कहा कि लव जेहाद पैदा कर सामाजिक सद्भाव को तोड़ा जा रहा है.

आपको बता दें कि राम पुनियानी आईआईटी मुंबई के पूर्व प्रोफेसर रह चुके हैं, वे कट्टरवाद के खिलाफ, सांप्रदायिक सद्भावना के लिए कार्य कर रहे हैं.